Sunday, November 17, 2024
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‘पीड़ित’ मुस्लिम ड्राइवर निकला बॉलीवुड एक्टर: फ़िल्म निर्देशक ने खोली The Quint के ‘ड्रामे’ की पोल

ओला और उबर जैसी कंपनियों के लिए काम करने के लिए ड्राइवरों को कागज़ात दिखाने होते हैं। उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस भी चाहिए होता है। ऐसे में, 'कोई कागज़ न होने' की बात करने का कोई तुक नहीं बनता। सुब्रमण्यम स्वामी ने भी सवाल किया कि इरशाद ने आखिर कौन से डाक्यूमेंट्स दिखा कर ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किया?

‘द क्विंट’ ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें दावा किया गया कि इसमें दिखने वाला शख्स एक ड्राइवर है जो उबर के लिए काम करता है। इसमें वो काफ़ी नाटकीय ढंग से रोते हुए कहता दिख रहा है कि वो मुस्लिम है और एनआरसी के बारे में सोचते ही उसकी रूह काँप उठती है। वो आगे बताता है कि न उसके पास ज़मीन-जायदाद है और न ही कोई कागज़, तो उसे चिंता हो रही है कि वो अपनी नागरिकता कैसे साबित करेगा? इसका नाम इरशाद अहमद बताया गया है। ‘द क्विंट’ से बातचीत में उक्त इरशाद ने बताया कि नागरिकता साबित न करने पर उसके साथ क्या होगा, ये सोच कर उसे डर लग रहा है।

वहीं फ़िल्म निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने ‘द क्विंट’ के इस वीडियो की पोल खोल कर रख दी। उन्होंने बड़ी जानकारी देते हुए बताया कि ये व्यक्ति इरशाद अहमद बॉलीवुड में बतौर जूनियर एक्टर काम करता है। ‘द ताशकंद फाइल्स’ और ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ जैसी फ़िल्मों का निर्देशन कर चुके अग्निहोत्री ने बताया कि ‘द क्विंट’ ने इस पूरे ड्रामे की साज़िश पहले ही रच ली थी। अर्थात, एक स्क्रिप्ट तैयार कर के उस ड्राइवर को पीड़ित दिखा कर उससे अभिनय करवाया गया और दर्शकों को इसे सच बता कर परोस दिया गया। जबकि सबकुछ एक ड्रामा है।

‘हेट स्टोरी’ और ‘चॉकलेट’ जैसी फ़िल्में निर्देशित करने वाले विवेक अग्निहोत्री ने ‘द क्विंट’ को चुनौती दी कि वो ये साबित करे कि उसने उक्त शख्स को रुपए देकर अभिनय नहीं करवाया है। उन्होंने चुनौती दी कि वो उनकी बात को काटने के लिए सबूत पेश करे। हालाँकि, अभी तक ‘द क्विंट’ ने इसे नकारा नहीं है। लोगों ने प्रोपेगंडा पोर्टल को जम कर लताड़ लगाई और कहा कि वो फ़िल्मी स्क्रिप्ट बना कर वीडियो शूट कर रहा है और वास्तविकता के रूप में जनता को बेच रहा है।

और सबसे बड़ी बात तो ये है कि ओला और उबर जैसी कंपनियों के लिए काम करने के लिए ड्राइवरों को कागज़ात दिखाने होते हैं। उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस भी चाहिए होता है। ऐसे में, ‘कोई कागज़ न होने’ की बात करने का कोई तुक नहीं बनता।

यही सवाल भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी उठाया कि इरशाद ने आखिर कौन से डाक्यूमेंट्स दिखा कर ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किया? विवेक अग्निहोत्री ने स्वामी को बताया कि ये एक अभिनेता है, जिससे ‘द क्विंट’ ने अभिनय करवाया।

अब देखना यह है कि इस खुलासे के बाद ‘द क्विंट’ अपनी पोल खुलने के बाद माफ़ी माँगता है या नहीं। चूँकि बॉलीवुड के ही निर्देशक बता रहे हैं कि उक्त फ़र्ज़ी ‘पीड़ित’ उनकी इंडस्ट्री में काम करता है, फिर भी ‘द क्विंट’ की चुप्पी चौकाने वाली है। वैसे ये सारा ड्रामा और एजेंडा उस NRC के नाम पर चलाया जा रहा है जिसका अभी तक कोई अस्तित्व ही नहीं है। न एक भी सिंगल ड्राफ्ट बाहर आया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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