नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी चीख चीख कर कहती हैं कि उनके जीते जी कोई इसे बंगाल में लागू नहीं कर सकता है। उनके इस बयान के विरोध में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष खुली चुनौती देते हैं। वो कहते हैं दुनिया जानती है कि वो किस तरह से राज्य में सत्ता में आईं। लेकिन अब उनके दिन पूरे हो चुके हैं। उनके तुष्टीकरण की राजनीति का समय अब समाप्त हो चुका है।
रविवार (जनवरी 19, 2019) को नॉर्थ 24 परगना की एक सभा में दिलीप घोष ने कहा, “50 लाख से ज्यादा मुस्लिम घुसपैठियों की पहचान की जाएगी, और अगर जरूरत हुई तो उन्हें देश से बाहर कर दिया जाएगा। सबसे पहले उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया जाएगा, उसके बाद दीदी (ममता बनर्जी) किसी का तुष्टीकरण नहीं कर पाएँगी।” आगे अपनी बातों के समर्थन में वो फिर कहते हैं, “अगर ऐसा हुआ तो दीदी (ममता बनर्जी) के वोटों की संख्या में कमी आ जाएगी और आने वाले चुनाव में जहाँ हम 200 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे वहीं उन्हें 50 सीटें भी नहीं मिलेंगी।”
Dilip Ghosh, West Bengal BJP Chief: Once this is done Didi’s (CM Mamata Banerjee) votes will be reduced and in the coming elections, we will get 200 seats, she will not even get 50 seats. https://t.co/2ZCH4zp5Mn
— ANI (@ANI) January 19, 2020
दिलीप घोष यहीं नहीं रूके, उन्होंने रविवार को एक बार फिर से सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचाने वालों को गोली मारने की बात दोहराते हुए कहा, “ममता बनर्जी की सरकार में भले ही कोई व्यक्ति 500 करोड़ रुपए की सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाकर आसानी से निकल जाता है, लेकिन जब हम सत्ता में आएँगे तो ऐसे हर व्यक्ति की पहचान की जाएगी और उसे गोली मार दी जाएगी। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।”
#WATCH West Bengal BJP Chief Dilip Ghosh in North 24 Parganas: Under Mamata Banerjee’s government, even if one damages public property worth Rs 500 crores, that person escapes it. When we come to power then every such person will be identified and shot at. Nobody will be spared. pic.twitter.com/ihU9LqtQcZ
— ANI (@ANI) January 19, 2020
गौरतलब है कि बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने रविवार (जनवरी 12, 2019) को नदिया जिले में एक जनसभा को ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कहा था, “दीदी (ममता बनर्जी) की पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि वह उनके वोटर्स हैं। यूपी, असम और कर्नाटक की हमारी सरकारों ने ऐसे लोगों को कुत्तों की तरह गोलियाँ मारी है।” वहीं घुसपैठियों को लेकर उन्होंने कहा था, “तुम यहाँ आते हो, हमारा खाना खाते हो, यहाँ रहते हो और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाते हो। क्या यह तुम्हारी जमींदारी है? हम तुम्हें लाठियों से मारेंगे, गोली मारेंगे और तुम्हें जेल में डाल देंगे।”
उल्लेखनीय है कि CAA के विरोध के दौरान सार्वजनिक संपत्तियों को हुए नुकसान के लिए सीधे तौर पर सीएम ममता बनर्जी को जिम्मेदार माना जाता है। बीजेपी नेता का कहना है कि ममता बनर्जी को यूपी, हिमाचल, उत्तराखंड में नुकसान नजर आता है। लेकिन वो भूल जाती हैं कि बीजेपी शासित सरकारों ने साफ कर दिया कि दंगाइयों के साथ किसी तरह हमदर्दी नहीं रखी जाएगी।