राहुल गॉंधी के तौर-तरीकों की शिकायत करते हुए पूर्व में भी कई लोग कॉन्ग्रेस छोड़ चुके हैं। अब पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने इस तरफ इशारा किया है। उन्होंने पार्टी को बचाने के लिए जल्द अध्यक्ष चुने जाने की गुहार लगाई है।
सिंघवी ने सत्य हिंदी को दिए साक्षात्कार में कहा कि अगर राहुल गॉंधी कॉन्ग्रेस की कमान नहीं सॅंभालना चाहते हैं तो उनकी जगह किसी और को पार्टी अध्यक्ष चुना जाना चाहिए। राहुल ने 2019 के आम चुनावों में पार्टी की करारी शिकस्त के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। काफी मान-मनौव्वल के बाद भी जब वे दोबारा जिम्मेदारी सॅंभालने को तैयार नहीं हुए तो सोनिया गॉंधी को अंतरिम अध्यक्ष चुन लिया गया। सोमवार को बतौर अंतरिम अध्यक्ष साल भर हो जाएँगे।
सिंघवी का यह साक्षात्कार ऐसे वक्त में सामने आया है जब कॉन्ग्रेस के अस्तित्व पर संकट मॅंडरा रहा है। स्थायी अध्यक्ष न होने के कारण उसके सामने निलंबन और पार्टी का चुनाव चिह्न जब्त होने का खतरा है। इस साल की शुरुआत में मध्य प्रदेश में सरकार गॅंवाने वाली पार्टी के सामने यही खतरा राजस्थान में है। झारखंड की गठबंधन सरकार में भी सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा। यहॉं तक कि पंजाब में भी कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर सांसद प्रताप सिंह बाजवा लगातार सवाल उठा रहे हैं।
सिंघवी से जब कॉन्ग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “अभी हमारी हालत ख़राब है, लेकिन हार के बाद भी यह कहना गलत होगा कि वे (राहुल गॉंधी) दोबारा नहीं हो सकते। हम कह रहे हैं कि राहुल गाँधी आएँ और अगर वो नहीं आना चाहते, उनकी ज़िद है तो फिर इस पर फ़ैसला करके नए अध्यक्ष को चुना जाए, यह अनिश्चितता नहीं रहनी चाहिए। इससे नुक़सान हो सकता है। कुछ हफ्तों में हल निकलेगा। कोई तो आएगा ही और चुनाव के रास्ते आएगा।”
यह पूछे जाने पर कि क्या गॉंधी परिवार के बिना कॉन्ग्रेस का काम चल सकता है सिंघवी ने कहा, “राहुल गाँधी पिछले एक साल से अध्यक्ष नहीं हैं कॉन्ग्रेस का काम चल रहा है। सोनिया जी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं, बल्कि कई बार राहुल जी के पास टाइम माँगते हैं तो वह कहते हैं कि मैं अध्यक्ष नहीं हूँ। लेकिन प्रकृति हो या पार्टी, कहीं भी वैक्यूम नहीं रह सकता, लेकिन यह लॉन्ग टाइम विकल्प नहीं है।”