NCP का बागी गुट लगातार पार्टी के संस्थापक शरद पवार को मनाने में लगा हुआ है। महाराष्ट्र की राजनीति में तब नया मोड़ आ गया था, जब 40 विधायकों का समर्थन लेकर नेता प्रतिपक्ष अजित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया और राज्य के उप-मुख्यमंत्री बने। उनके कोटे से कुल 9 मंत्रियों ने शपथ ली। अब मुंबई स्थित YB चव्हाण सेंटर में लगातार दूसरे दिन अजित पवार अपने चाचा को मनाने के लिए पहुँचे।
उनके साथ राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल और और सुनील तटकरे भी थे। बागी नेताओं ने शरद पवार से अनुरोध किया कि वो NCP को एक रखें। प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि शरद पवार ने सबकी बातें सुनी, लेकिन कुछ कहा नहीं। एक दिन पहले भी ये बागी नेता इसी जगह पर शरद पवार से मिलने पहुँचे थे, उस दौरान भी उन्होंने कुछ प्रतिक्रिया नहीं दी थी। अब फिर से लगातार दूसरे दिन भी मुलाकात हुई है। अब तक शरद पवार ने इस पर कोई बयान नहीं दिया है।
बताया जा रहा है कि ये नेता शरद पवार को इस बात के लिए मनाने के लगे हुए हैं कि वो महाराष्ट्र में भाजपा, शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) और NCP की सरकार को समर्थन दें, लेकिन वो मानने के लिए तैयार नहीं हैं। उधर शिवसेना (UBT) के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि विश्वासघात करने वालों के लिए पार्टी के दरवाजे नहीं खुलने चाहिए। शरद पवार मंगलवार (18 जुलाई, 2023) को विपक्षी दलों की बैठक में जाएँगे, ऐसा बताया जा रहा है। लेकिन, वो आज के विपक्षी डिनर में शामिल नहीं होंगे।
अजीत पवार समर्थक 30 विधायकों ने शरद पवार से की मुलाकात https://t.co/TL8rfLTusf
— Loktej.com (@loktej) July 17, 2023
ये भी सामने आया है कि अजित पवार के साथ 30 विधायक भी थे जिन्होंने शरद पवार से मुलाकात की। प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि शरद पवार ने उनलोगों की बातों को गंभीरता से सुना, लेकिन पता नहीं उनके दिमाग में क्या चल रहा है। असल में बागी विधायक चाहते हैं कि सीनियर पवार का आशीर्वाद उनके ऊपर बना रहे, क्योंकि महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों का एक बड़ा वर्ग शरद पवार का वोट बैंक रहा है। प्रफुल्ल पटेल और अजित पवार मंगलवार (18 जुलाई, 2023) को NDA की बैठक में मौजूद रहेंगे।