पटना, बेंगलुरु और मुंबई में बैठकों के बाद विपक्षी का I.N.D.I. गठबंधन खूब जोश में था और समर्थक भी उछलते नहीं थक रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखें नज़दीक आती जा रही हैं ये ख़ुशी भी काफूर होती जा रही है। अब तो समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए आयोजित एक रैली में खुल कर अपील की है कि जनता कॉन्ग्रेस पार्टी को वोट न दे। साफ़ है गठबंधन शुरू होने से पहले ही खत्म हो रहा है।
अखिलेश यादव ने मंच से कहा, “कॉन्ग्रेस को भी वोट मत देना। बहुत चालू पार्टी है कॉन्ग्रेस। सावधान रहे कि नहीं रहोगे?” टीकमगढ़ जिले की जतारा विधानसभा क्षेत्र में सपा प्रत्याशी RR बंसल के लिए चुनाव प्रचार करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “बंसल जी दुखी थे कि कॉन्ग्रेस ने धोखा दे दिया। अरे, जब हमें धोखा दे दिया तो तुम कहाँ के बंसल हो। बंसल जी दुखी हैं कि कॉन्ग्रेस ने उन्हें पहचाना ही नहीं। अरे, जिनकी उम्र 80 साल हो वो कैसे पहचानेंगे?”
एमपी में अखिलेश यादव का कांग्रेस पर हमला, कांग्रेस को वोट मत देना#MadhyaPradesh #AkhileshYadav pic.twitter.com/ZPuHfk36U2
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) November 5, 2023
इतना ही नहीं, इस दौरान अखिलेश यादव ने यहाँ तक कह दिया कि कॉन्ग्रेस जातिगत जनगणना की बात भी वोट के लालच के कारण कर रही है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर इस देश में किसी एक पार्टी ने जातिगत जनगणना को रोका है तो वो कॉन्ग्रेस है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके अखिलेश यादव ने कहा कि कॉन्ग्रेस ने ही मंडल कमीशन की सिफारिशों को भी लागू होने से रोका। उन्होंने इस दौरान बार-बार I.N.D.I. गठबंधन की बात न कर के PDA (पिछड़ा, दलित एवं अल्पसंख्यक) की बात की।
बता दें की अखिलेश यादव का 80 साल की उम्र वाला तंज मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर था। कॉन्ग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए खड़गे 81 साल के हैं और उन्हें गाँधी परिवार का वफादार माना जाता है। ध्यान दिला दें कि सिर्फ सपा ही नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल की AAP ने भी मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस के खिलाफ प्रत्याशी उतारे हैं। यानी, I.N.D.I. गठबंधन में शामिल ये तीनों ही दल आपस में ही लड़ रहे हैं। सिर्फ सोशल मीडिया पर ही ये गठबंधन बचा है अब।
याद दिलाते चलें कि मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने कॉन्ग्रेस से सिर्फ 6 सीटें माँगी थीं, लेकिन कॉन्ग्रेस ने वह भी नहीं दी। फिर अखिलेश यादव ने कहा था, “हम एमपी की बात को यूपी में भी ध्यान रखेंगे”। मीडियाकर्मियों ने कमलनाथ से अखिलेश यादव द्वारा ‘धोखा’ दिए जाने की बात पूछी तो उन्होंने बोल दिया था, ‘अरे छोड़िए अखिलेश-वखिलेश’ को। अखिलेश यादव ने ये भी कहा था कि मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस के लोग भाजपा से मिले हुए हैं।