Thursday, June 19, 2025
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‘चिरकुट नेता, अखिलेश-वखिलेश’: MP में 0 सीट देने के बाद कमलनाथ ने दुत्कारा भी, कॉन्ग्रेस-सपा की खटास से अँधेरे में INDI गठबंधन का भविष्य

बता दें कि 19 अक्टूबर 2023 को खबर आई कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस ने समाजवादी पार्टी को पूरी तरह से अपमानित करते हुए अखिलेश यादव को कोई भाव नहीं दिया। अपने वादे के मुताबिक 6 सीटें को तो छोड़िए, एक सीट भी कॉन्ग्रेस ने नहीं दी।

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव कहीं नरेंद्र मोदी के विरोध में बने I.N.D.I. गठबंधन के लिए कब्रगाह न साबित हो जाए। दरअसल, मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने कॉन्ग्रेस से सिर्फ 6 सीटें माँगी थीं, लेकिन कॉन्ग्रेस ने वह भी नहीं दी। इसके बाद समाजवादी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

अखिलेश यादव ने कहा, “हम एमपी की बात को यूपी में भी ध्यान रखेंगे”। इसके बाद मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ का ऐसा बयान आया कि गठबंधन में बवाल मच गया। जब मीडियाकर्मियों ने कमलनाथ से अखिलेश यादव द्वारा ‘धोखा’ दिए जाने की बात पूछी तो उन्होंने बोल दिया ‘अरे छोड़िए अखिलेश-वखिलेश’ को। इसके बाद सियासत गरमा गई है।

अखिलेश यादव के मन में गुस्सा, लगातार अपमान से गुस्साए

अखिलेश यादव ने अब कहा है कि मध्य प्रदेश में कॉन्ग्रेस के लोग भाजपा से मिले हुए हैं। अगर उन्हें पता होता कि कॉन्ग्रेस विधानसभा चुनाव में गठबंधन ही नहीं करेगी तो वो कॉन्ग्रेस के लोगों का फोन भी नहीं उठाते। दरअसल, अखिलेश ने कहा था कि कॉन्ग्रेस ने मध्य प्रदेश में उन्हें 6 सीट देने का वादा किया था, लेकिन सारे सीटों पर उसने अपने उम्मीदवार उतार दिए।

अखिलेश यादव ने कहा, ‘अगर कॉन्ग्रेस (मध्य प्रदेश में) सीटें नहीं देना चाहती थी तो उन्हें यह पहले ही बताना चाहिए था। आज सपा केवल उन्हीं सीटों पर लड़ रही है, जहाँ उसका अपना संगठन है। अब मध्य प्रदेश के बाद मुझे समझ में आया है कि इंडी अलायंस सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए है।”

प्रत्यक्ष रूप से कॉन्ग्रेस को भरोसे नहीं करने लायक पार्टी बताते हुए समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो ने कहा, “अगर कॉन्ग्रेस इसी तरह का व्यवहार करती रही तो उन पर भरोसा कौन करेगा? अगर हम मन में भ्रम लेकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे तो हम सफल नहीं होंगे।”

बता दें कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में पहुँचे कमलनाथ ने कहा था कि राज्य में माहौल बहुत अच्छा है। टिकट घोषित होने के बाद फोन कॉल आ रहे हैं और लोग बता रहे हैं कि काफी उत्साह है। कॉन्ग्रेस उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन करेगी।

इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे अखिलेश यादव के ‘विश्वासघात’ वाले आरोप पर सवाल पूछा। इस पर कमलनाथ ने अखिलेश यादव को लेकर कुछ ऐसे बोला, जैसे अखिलेश यादव की कोई हैसियत ही न हो। उन्होंने छूटते ही कहा, “अरे भई छोड़ो अखिलेश अखिलेश…”।

इस मामले में उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस से भी प्रतिक्रिया आई है। उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने अखिलेश यादव पर सवाल उठाए हुए कहा, “अखिलेश यादव जी, जनता देख सकती है कि भाजपा के साथ कौन है। घोसी उपचुनाव में हमने उन्हें (समाजवादी पार्टी को) समर्थन दिया और वे जीत गए। उसी समय, उत्तराखंड में बागेश्वर उपचुनाव हुए।”

राय ने आगे लिखा, “उन्होंने (सपा ने) वहाँ अपना उम्मीदवार खड़ा किया, लेकिन भाजपा जीत गई और कॉन्ग्रेस हार गई। इससे पता चलता है कि कौन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद कर रहा है। एमपी में भी यह साबित हो जाएगी। अगर सपा को लगता है कि भाजपा को जीतने से रोकना चाहिए तो उन्हें कॉन्ग्रेस का समर्थन करना चाहिए।”

बता दें कि 19 अक्टूबर 2023 को खबर आई कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस ने समाजवादी पार्टी को पूरी तरह से अपमानित करते हुए अखिलेश यादव को कोई भाव नहीं दिया। अपने वादे के मुताबिक 6 सीटें को तो छोड़िए, एक सीट भी कॉन्ग्रेस ने नहीं दी।

इस वाकये के बाद अब अखिलेश यादव ने कहा है कि अगर उन्हें पता होता कि राज्यों के स्तर पर गठबंधन नहीं है तो वो कभी किसी बैठक में जाते ही नहीं। उन्होंने कॉन्ग्रेस पर भ्रम में रखने का आरोप लगाया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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