मध्य प्रदेश में अगले 3 महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राजधानी भोपाल पहुँचे। यहाँ उन्होंने शिवराज सरकार के 20 साल के कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड का जारी किया। इस दौरान उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार ने एक बीमारू राज्य को देश के सबसे विकसित राज्यों में शामिल किया है। साथ ही कॉन्ग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि उसे 53 साल का हिसाब देना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बीते 41 दिनों में मध्य प्रदेश का यह चौथा दौरा है। राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने मध्य प्रदेश से बीमारू राज्य का टैग हटाया है। प्रदेश को अगले 25 साल में संपूर्ण विकसित राज्य बनाने की नींव रख दी गई है। 20 साल में राज्य आत्मनिर्भर बन गया है। मध्य प्रदेश को देश का सबसे विकसित राज्य बनाना ही सरकार की लक्ष्य है।
भाजपा की सरकार ने विकास को गरीबों व वंचितों के घरों तक पहुँचाया है। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार के 20 सालों के रिपोर्ट कार्ड के लॉंच कार्यक्रम को संबोधित कर रहा हूँ।
— Amit Shah (@AmitShah) August 20, 2023
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यही नहीं, इस दौरान गृह मंत्री ने प्रदेश सरकार की कई महत्वांकाक्षी और जनहित योजनाओं का जिक्र किया। अमित शाह ने न मध्य प्रदेश के इस दौरे से न केवल विधानसभा बल्कि लोकसभा की भी तैयारियों की राह स्पष्ट कर दी। उन्होंने कहा है कि डबल इंजन सरकार में मोदी सरकार ने मध्य प्रदेश का दिल खोलकर सहयोग किया। 2024 के लोकभा चुनाव में यहाँ से BJP सभी 29 सीटें जीतेगी। 2024 का चुनाव संपूर्ण गरीबी से मुक्त बनाने का चुनाव होगा।
कॉन्ग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए गृह मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 53 साल तक कॉन्ग्रेस ने राज किया। लेकिन उनकी सरकार में एमपी को बीमारू राज्य का टैग दिया गया था। ‘बीमारू’ शब्द जिन राज्यों के पहले अक्षर को मिलाकर बना था उनमें बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश थे। उस समय इन राज्यों को भारत की विकास दर कम करने वाला राज्य माना गया था। 2003 में बँटाधार की सरकार हटाई और उसके बाद से मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य की इमेज से 20 सालों में ही बाहर निकाल दिया।
अमित शाह यहीं नहीं रुके। उन्होंने कॉन्ग्रेस को चुनौती देते हुए कहा है कि हिम्मत है तो अपने 50 साल का रिपोर्ट कार्ड लेकर आइए। कॉन्ग्रेस ने मध्य प्रदेश के साथ कितना न्याय किया इसका हिसाब देना चाहिए। 2004 से 2014 तक जब सोनिया-मनमोहन सरकार थी, तब मध्य प्रदेश को 10 साल में सिर्फ 1 लाख 58 हजार करोड़ रुपए मिले थे। लेकिन मोदी सरकार ने 9 साल में ही 8 लाख 30 हजार करोड़ रुपए मध्यप्रदेश को देने का काम किया है।
कॉन्ग्रेस सरकार में हुए घोटालों को लेकर भी अमित शाह ने कॉन्ग्रेस को घेरा। साथ ही सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को बंटाधार करार दिया और कहा कि बंटाधार और कमलनाथ इधर-उधर की बातें करते हैं। इन दोनों को कॉन्ग्रेस राज में हुई लूट का जवाब देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा है कि श्रीमान बंटाधार और कमलनाथ इन चीजों का स्पेसिफिक जवाब दें कि 2002 में प्रदेश का बजट 23 हजार 100 करोड़ रुपए था। अब डबल इंजन सरकार इसे 3 लाख 14 हजार करोड़ रुपए पर ले आई है। यह पूरे देश में दूसरे नंबर पर है। दिग्विजय और कलमनाथ को इसका जवाब देना चाहिए।