गुजरात में भाजपा ने भूपेंद्र पटेल के नाम पर अगले मुख्यमंत्री के रूप में मुहर लगा दी है। वो विजय रुपाणी की जगह लेंगे, जिन्होंने इस्तीफा दे दिया था। भूपेंद्र पटेल राज्य के 17वें मुख्यमंत्री होंगे। उनके नाम की आधिकारिक घोषणा होनी अभी बाकी है। राजधानी गाँधीनगर में भाजपा दफ्तर ‘कमलम्’ में नेताओं की बैठक के बाद ये फैसला लिया गया। पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व प्रह्लाद जोशी को दिल्ली भेजा गया था।
BREAKING: Bhupendra Patel named new Gujarat Chief Minister. Formal announcement to come.
— Rutam Vora (@RutamV) September 12, 2021
Becomes 17th Chief Minister of the State.
Decision comes after BJP legislative party meet at #Kamalam in Gandhinagar.@businessline
भूपेंद्र पटेल पाटीदार समुदाय से आते हैं, जिसकी राज्य में अच्छी-खासी जनसंख्या है। सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर चुके 59 वर्षीय भूपेंद्र पटेल अहमदाबाद के घाटलोडीया विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। 2017 में उन्होंने लगभग 1.17 लाख वोट से कॉन्ग्रेस के अपने नजदीकी उम्मीदवार को हराया था। ये वही विधानसभा क्षेत्र है, जिसका प्रतिनिधित्व पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल किया करती थीं। आनंदीबेन पटेल फ़िलहाल उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं।
भूपेंद्र पटेल 2017 में पहली बार ही विधायक बने थे। उससे पहले वो संगठन के लिए कार्य करते थे। भाजपा विधायक दल में उनके नाम पर सहमति बनी। उनका नाम चौंकाने वाला भी है, क्योंकि उनके नाम की मीडिया में चर्चा तक नहीं थी। लंबे समय से RSS से जुड़े रहे भूपेंद्र पटेल गुजरात की विजय रुपाणी सरकार में मंत्री भी थे। वो 2015-17 में ‘अहमदाबाद अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी (AUDA)’ के अध्यक्ष भी रहे हैं। पटेल समुदाय में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
पूर्व मुख्यमंत्री रुपाणी ने कहा कि भूपेंद्र पटेल एक योग्य नेता हैं और उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में भाजपा गुजरात का अगला विधानसभा चुनाव जीतेगी। वर्ष 1999-2000 में भूपेंद्र पटेल स्थायी समिति के अध्यक्ष और मेमनगर नगरपालिका के अध्यक्ष रहे थे। 2010-15 के दौरान वे थलतेज वार्ड से पार्षद रहे थे। पटेल पाटीदार संगठनों सरदार धाम और विश्व उमिया फाउंडेशन में ट्रस्टी भी हैं। 2008-10 में उन्होंने एएमसी के स्कूल बोर्ड के उपाध्यक्ष का पद संभाला था।