बिहार में नीतीश कुमार ने नई सरकार राजद, कॉन्ग्रेस, हम और वामपंथी दलों के साथ बनाई है। नई सरकार का मंत्रिमंडल गठन अभी शेष है। कैबिनेट में साझेदार दलों की हिस्सेदारी को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है। लेकिन मंत्री पद को लेकर दावेदारी शुरू हो चुकी है।
इसी क्रम में कॉन्ग्रेस विधायक छत्रपति यादव ने खुद को मंत्री बनाने की माँग की है। इसका आधार उन्होंने अपनी जाति को बनाया है। इसको लेकर छत्रपति यादव ने कॉन्ग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गाँधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी को एक चिट्ठी लिखी है। बुधवार (10 अगस्त 2022) को लिखी गई इस चिट्ठी में कहा गया है कि वे कॉन्ग्रेस के एकमात्र यादव (पिछड़ा वर्ग) से विधायक हैं। इसलिए उन्हें महागठबंधन सरकार में मंत्री बनाया जाना चाहिए। यह चिट्ठी उसी दिन लिखी गई है जिस दिन नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
पत्र में विधायक छत्रपति यादव ने लिखा, “मैं खगड़िया विधानसभा से कॉन्ग्रेस का एकमात्र पिछड़े वर्ग यादव जाति का विधायक हूँ। गठबंधन के साथ चुनाव लड़ने पर कॉन्ग्रेस के कुल 19 विधायक हैं। बिहार की नई गठबंधन सरकार में पिछड़ा वर्ग की यादव जाति को शामिल किए जाने की जरूरत है। ऐसा करने से यादव जाति का मनोबल बढ़ेगा। मैं व्यक्तिगत तौर पर कॉन्ग्रेस से यह अपील करता हूँ।”
कांग्रेस के विधायक छत्रपति यादव ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को पत्र लिखकर नई सरकार में खुद को मंत्री बनाए जाने की माँग की है. pic.twitter.com/yaSDr15K6I
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) August 11, 2022
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भाजपा ने कॉन्ग्रेस विधायक छत्रपति यादव की इस माँग की आलोचना की है। कॉन्ग्रेस विधायक की यह माँग ऐसे समय में सामने आई है, जब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव राजनीतिक बयानबाजी में गिरिराज सिंह की ‘चोटी’ को खींचने को लेकर सवालों के घेरे में है। दरअसल तेजस्वी यादव जिस राजनीतिक विरासत के उत्तराधिकारी हैं, उसने कभी बिहार में ‘भूरा बाल साफ करो’ का नारा दिया गया था। इस नारे ने राज्य में जातीय कटुता पैदा की थी। इसकी वजह से कई भीषण जातीय नरसंहार हुए।