बिहार में सत्ताधारी जदयू (JDU) और राजद (RJD) के गठबंधन सरकार और विपक्षी दल भाजपा (BJP) के लिए नाक का सवाल बने कुढ़नी सीट के नतीजे आ गए हैं। बिहार के कुढ़नी सीट पर हुए उपचुनावों में भाजपा ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जदयू को पटकनी दे दी है। सबसे बड़ी बात है कि इस सीट पर जदयू के उम्मीदवार को राजद, कॉन्ग्रेस और वामपंथी दलों का भी समर्थन हासिल था।
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्थित कुढ़नी विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार केदार गुप्ता (Kedar Gupta) का मुकाबला जेडीयू के प्रत्याशी मनोज कुशवाहा (Manoj Kushwaha) से था। कुशवाहा को गठबंधन दलों का भी समर्थन हासिल था। इसके बावजूद केदार गुप्ता ने कुशवाहा को 3,632 वोटों से परास्त कर दिया।
इस सीट पर मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) की पार्टी वीआईपी (VIP) के उम्मीदवार नीलाभ कुमार तीसरे नंबर पर रहे। नीलाभ कुमार सिर्फ 10,000 वोट मिले। वहीं, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के प्रत्याशी मुर्तजा अंसारी को 3,206 वोट मिले हैं। AIMIM प्रत्याशी से अधिक वोट NOTA को मिले। 4,448 लोगों ने NOTA को चुना है।
इस सीट पर दोनों प्रत्याशियों के बीच मुकाबला काँटे का था। कभी भाजपा आगे निकलती तो कभी महागठबंधन के प्रत्याशी। इस सीट पर कुल 23 राउंड वोटों की गिनती हुई। पहले चार राउंड तक भाजपा आगे रही। पाँचवें राउंड में JDU आगे निकल गई, लेकिन छठे राउंड में भाजपा फिर आगे निकल गई। 9वें राउंड में भाजपा फिर पिछड़ी, लेकिन 19वें राउंड में फिर आगे निकल गई और अंत में जीत हासिल की।
भाजपा केदार गुप्ता को कुल 76,722 वोट मिले हैं, जबकि महागठबंधन के उम्मीदवार मनोज कुशवाहा को 73,073 वोट मिले है। इस सीट पर भाजपा का कुल वोट शेयर 42.38 प्रतिशत रहा, जबकि दूसरे नंबर पर जदयू को 40.37 प्रतिशत वोट मिले।
इस सीट पर चुनाव में उपमुख्यमंत्री ने अपने पिता लालू यादव की बीमारी का हवाला देकर इमोशनल कार्ड भी खेला था। तेजस्वी ने लालू यादव की बीमारी का हवाला दिया था और जदयू के उम्मीदवार को जिताने की अपील की थी। हालाँकि, उनकी यह अपील काम नहीं कर पाई।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने बीजेपी की जीत के बाद नीतीश कुमार से इस्तीफा माँगा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के महागठबंधन ने कुढनी में करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए। सारे हथकंडे अपनाए, फिर भी मतदाताओं ने भाजपा की जीत पक्की की।
बता दें कि साल 2020 विधानसभा चुनाव में कुढ़नी सीट पर राजद प्रत्याशी अनिल सहनी की जीत हुई थी। उस दौरान भाजपा उम्मीदवार केदार गुप्ता करीब 700 वोटों से हार गए थे। अनिल सहनी की सदस्यता खत्म होने के बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी ने 3645 वोटों से कुढ़नी में जीत हासिल की है।
इसके पहले 2015 के विधानसभा चुनाव में बिहार के मंत्री मनोज कुशवाहा को भाजपा के केदार गुप्ता ने हराया था, लेकिन 2020 में वे हार गए थे। बता दें कि कुढ़नी सीट सन 1995 के बाद से अब तक 5 बार जदयू-राजद की झोली में गिरी है। इस बीच 2015 के चुनाव में यह सीट भाजपा के खाते में आई थी।
कुछ महीने पहले हुए गोपालगंज उपचुनाव में नीतीश कुमार की महागठबंधन सरकार को हार का मुँह देखना पड़ा था। गोपालगंज सीट को भाजपा की दिवंगत नेता सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी इस सीट पर जीत हासिल की थी। सुभाष सिंह साल 2005 से इस सीट का प्रतिनिधित्व करते आ रहे थे।
हालाँकि, मोकामा उपचुनाव में राजद ने भाजपा को हरा दिया था, लेकिन यह जीत राजद या नीतीश कुमार की ना होकर बाहुबली नेता अनंत सिंह की थी। वे जदयू में थे तब जीते थे और राजद में आने के बाद इस सीट पर उनकी पत्नी जीती। अगर वे किसी और दल में होते, तब भी यह सीट उनके ही खाते में जाती है। इसलिए इस सीट को महागबंधन की जीत नहीं कहा जा सकता।