Tuesday, November 5, 2024
Homeराजनीतिमासूमों की मौत के बीच गायब हैं तेजस्वी, ढूँढकर लाने वाले को ₹5100 का...

मासूमों की मौत के बीच गायब हैं तेजस्वी, ढूँढकर लाने वाले को ₹5100 का ईनाम

बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आँकड़ा बढ़ने के बीच तेजस्वी की गैर-मौजूदगी से कई राजनीतिक चर्चाओं की शुरुआत हो गई है।

बिहार की प्रमुख राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अचानक से गायब हो गए हैं। इस बारे में सबसे आश्चर्य की बात ये सामने आ रही है कि राजद नेताओं को भी पता नहीं है कि वो कहाँ हैं? राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने बुधवार (जून 19, 2019) को मीडिया से बात करते हुए कहा, “मुझे स्पष्ट रूप से नहीं पता कि तेजस्वी यादव कहाँ हैं। शायद वह वर्ल्ड कप देखने के लिए गए हैं, लेकिन मुझे इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है।” तो वहीं राजद के राज्यसभा सांसद मनोज झा का कहना है कि तेजस्वी दिल्ली में ही हैं।

अब बिहार में तेजस्वी यादव को ढूँढ़ने की मुहिम शुरू की गई है। इसके लिए बिहार के मुजफ्फरपुर में तेजस्वी यादव का एक पोस्टर लगाया गया है जिस पर तेजस्‍वी यादव को ढूंढकर लाने वाले को ₹5100 का इनाम दिए जाने की घोषणा की गई है। ये पोस्टर तमन्ना हाशमी नाम के सामाजिक कार्यकर्ता की तरफ से लगाए गए हैं।

दरअसल, मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से लगातार बच्चों की मौत हो रही है और ऐसे में नेता प्रतिपक्ष का मृतक बच्चों के परिजनों से मिलकर सांत्वना देने और पीड़ितों का हाल ना पूछना और इस तरह से गायब हो जाना उनकी राजनीतिक अपरिपक्वता को दर्शाता है। तेजस्वी ने पीड़ितों को सांत्वना देने के लिए एक ट्वीट तक नहीं किया है। ऐसे में विपक्ष को आम जनता की आवाज़ बनने की ज़रूरत थी, मगर उनकी आवाज़ को बुलंद कर सरकार तक पहुँचाने की बजाए ऐसे संवेदनशील मामले पर चुप्पी साध लेना, नेता प्रतिपक्ष का इस तरह अज्ञातवास पर चले जाना, विपक्ष की संवेदनहीनता को दर्शाता है।

बिहार में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आँकड़ा बढ़ने के बीच तेजस्वी की गैर-मौजूदगी से कई राजनीतिक चर्चाओं की शुरुआत हो गई है। एक ओर जहाँ प्रदेश में जदयू-भाजपा की सरकार लगातार आलोचना का शिकार हो रही है, वहीं तेजस्वी की गैर-मौजूदगी को भी आरजेडी के इस मामले के उदासीन होने के रूप में देखा जा रहा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

15 साल की दलित नौकरानी की हत्या में गिरफ्तार हुआ मोहम्मद निशाद और उसकी बीवी, लेकिन मीडिया ने ‘दीवाली’ को घसीटा: हिंदुओं से ये...

जिस दलित नौकरानी की हत्या में पुलिस ने मुस्लिम दंपती को गिरफ्तार किया है, मीडिया ने उसकी खबर को भी 'दीपावली' से जोड़ दिया।

भारत-बांग्लादेश-म्यांमार को काटकर ईसाई मुल्क बनाने की रची जा रही साजिश? जिस अमेरिकी खतरे से शेख हसीना ने किया था आगाह, वह मिजोरम CM...

मिजोरम CM लालदुहोमा ने कहा, "हमें गलत बाँटा गया है और तीन अलग-अलग देशों में तीन अलग सरकारों के अधीन रहने के लिए मजबूर किया गया है।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -