Friday, May 17, 2024
Homeराजनीतिबृजभूषण शरण सिंह का टिकट BJP ने काटा, कैसरगंज से बेटे करण भूषण लड़ेगे:...

बृजभूषण शरण सिंह का टिकट BJP ने काटा, कैसरगंज से बेटे करण भूषण लड़ेगे: रायबरेली के मैदान में दिनेश प्रताप सिंह को उतारा

कैसरगंज से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया गया जो कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। वह बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे हैं। उनके बड़े भाई प्रतीक भूषण सिंह गोंडा से विधायक हैं।

भाजपा ने उत्तर प्रदेश की कैसरगंज और रायबरेली सीटों से अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। कैसरगंज से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काट दिया गया। उनकी जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया गया। रायबरेली से उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह को टिकट दिया गया है। दोनों सीटों पर नामांकन की अंतिम तारीख शुक्रवार (3 मई, 2024) को है।

भाजपा ने गुरुवार (2 मई, 2024) को तमाम अटकलों पर लगाम लगाते हुए प्रत्याशियों के नामों की 17वीं सूची जारी की। इसमें केवल उत्तर प्रदेश की ही दोनों बहुप्रतीक्षित सीटों के उम्मीदवार बताए गए। इन सीटों पर अभी विपक्ष ने भी उम्मीदवार घोषित नहीं किए हैं।

कैसरगंज से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे करण भूषण सिंह को टिकट दिया गया जो कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। वह बृजभूषण शरण सिंह के छोटे बेटे हैं। उनके बड़े भाई प्रतीक भूषण सिंह गोंडा से विधायक हैं। करण भूषण सिंह के टिकट के कयास पहले से लगाए जा रहे थे। बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों से विवाद के चलते चर्चाओं में थे, उसी की वजह से भाजपा ने उनका टिकट काटा है।

करण भूषण के टिकट की सुगबुगाहट शुक्रवार सुबह से ही हो गई थी। उनका अपने पिता का आशीर्वाद लेते हुए एक वीडियो भी सामने आया था। करण भूषण सिंह शुक्रवार (3 मई, 2024) को अपना नामांकन समर्थकों के साथ गोंडा कलेक्ट्रेट में दाखिल करेंगे। इससे पहले उनके भाई प्रतीक के चुनाव लड़ने की संभावनाएँ जताई जा रही थीं।

उधर हाई प्रोफाइल सीट रायबरेली से भाजपा ने अपने पुराने सिपाही और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री दिनेश प्रताप सिंह पर भरोसा दिखाया है। दिनेश प्रताप सिंह इस इलाके के बड़े नेता माने जाते हैं। वह 2019 में भी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लडे थे लेकिन कॉन्ग्रेस नेता सोनिया गाँधी से हार गए थे।

रायबरेली सीट वर्तमान में खाली है और इस पर इस बार गाँधी परिवार का कोई सदस्य नहीं लड़ रहा है। सोनिया गाँधी कुछ समय पहले ही यहाँ की सदस्यता से त्यागपत्र देकर राजस्थान से राज्यसभा जा चुकी हैं। अभी तक इस सीट से प्रियंका गाँधी के चुनाव लड़ने के चर्चे बने हुए हैं। हालाँकि, अभी तक कॉन्ग्रेस ने इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘साली तेरी औकात क्या है, नीच औरत, ऐसी जगह गाड़ेंगे पता तक नहीं चलेगा’: पीरियड में थीं स्वाति मालीवाल, फिर भी टांगों के बीच...

स्वाति मालीवाल ने बताया कि उन्हें बिभव कुमार ने उन्हें एक साथ 7-8 थप्पड़ मारे। जब स्वाति मालीवाल ने इसका विरोध किया और उन्हें पीछे धकेला तो बिभव कुमार उन पर टूट पड़े।

केरल का वामपंथी टेरर मॉडल: विजयन सरकार के 6 साल में 431 बम हमले, पर सजा किसी को नहीं, अधिकांश केस बंद क्योंकि CPIM...

कम्युनिष्ट जिस केरल मॉडल का हौव्वा खड़ा करते हैं, उस केरल में जून 2016 से अगस्त 2022 तक के मौजूदा आँकड़ों में सीपीआई-एम के राज में 431 बम धमाके हो चुके हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -