ज्ञानवापी विवादित ढाँचे को लेकर जारी विवाद के बीच भाजपा के नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने बड़ा बयान दिया है। उनका दावा है कि ज्ञानवापी के अंदर स्थित शिवलिंग पर आरी चलाई गई है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। भाजपा नेता ने ये भी कहा कि ऐसे लोगों को गिरफ्तार करने के बजाय उनके दोनों हाथों को काट देना चाहिए।
कटियार ने मामले में कहा है कि वाराणसी की जिला अदालत से देश के सुप्रीम कोर्ट की दहलीज तक पहुँच चुके ज्ञानवापी मामले में सुनवाइयाँ तो होती ही रहेंगी, लेकिन उससे पहले शिवलिंग की सुरक्षा के मद्देनजर विवादित ढाँचे में मुस्लिमों के प्रवेश पर रोक लगनी चाहिए। कभी राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहे विनय कटियार का आरोप है कि ज्ञानवापी में हिन्दुओं के प्रतीकों से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने ऐलान किया है कि जो लोग शिवलिंग की सुरक्षा और मुस्लिमों को वहाँ से निकालने की माँग कर रहे हैं, वो उनका साथ देते रहेंगे।
भाजपा नेता के मुताबिक, मुगल आक्रान्ता औरगंजेब ने ताकत के दम पर ज्ञानवापी पर कब्जा किया था, इसलिए मुस्लिमों को इसके अंदर नहीं जाने देना चाहिए। उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को कहा कि उनका मानसिक संतुलन डगमगा गया है और अब उन्हें देश से बाहर निकाल देना चाहिए।
शिवलिंग में छेद किए जाने का भी मामला आया था सामने
गौरतलब है कि ज्ञानवापी परिसर के अंदर वजूखाने में मिले शिवलिंग को मुस्लिम पक्ष फव्वारा बता रहा है। हालाँकि, उसके ये दावे खोखले साबित होते दिख रहे हैं। इस बीच 25 मई को ज्ञानवापी मामले में हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने ये आरोप लगाया था कि वजूखाने में मौजूद शिवलिंग को तोड़कर उसे फव्वारा बनाने की कोशिश मुस्लिमों ने की थी। विष्णु जैन ने दावा किया था कि अगर स्टोर रूम की वीडियो और फोटोग्राफी हो जाए तो ये साबित हो जाएगा कि कैसे शिवलिंग में ड्रिल घुसा कर उसे फाउंटेन बनाने का प्रयास हुआ। इससे ये भी साबित होगा कि कैसे शिवलिंग में 63 सेंटीमीटर छेद किया गया था।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में एक तस्वीर ऐसी भी सामने आई थी, जिससे ये पता चला कि ज्ञानवापी के अंदर हनुमान जी की भी मूर्ति थी।