Saturday, November 16, 2024
Homeराजनीतिएक ही आउटलेट से मुर्गा और गाय का दूध बेचेगी कमलनाथ सरकार, भाजपा ने...

एक ही आउटलेट से मुर्गा और गाय का दूध बेचेगी कमलनाथ सरकार, भाजपा ने जताया एतराज

भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचेगी, क्योंकि गाय का दूध पवित्र माना जाता है। इसका इस्तेमाल धार्मिक उद्देश्य के लिए किया जाता है।

मध्य प्रदेश में एक ही आउटलेट में चिकन और गाय का दूध बेचने की कमलनाथ सरकार की परियोजना पर विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार के अधीन आने वाले पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम ने कड़कनाथ चिकन और गाय का दूध बेचने का फैसला लिया है। निगम ने भोपाल में ऐसा एक आउटलेट खोला है। प्रयोग सफल होने पर पूरे राज्य में ऐसे आउटलेट खोले जाएँगे।

भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचेगी, क्योंकि गाय का दूध पवित्र माना जाता है। इसका इस्तेमाल धार्मिक उद्देश्य के लिए किया जाता है। इसे त्योहारों और उपवासों के दौरान भी प्रयोग किया जाता है। ऐसे में जो व्यक्ति चिकन बेच रहा है, वही व्यक्ति गाय का दूध ना बेचे।

उन्होंने कहा, “चिकन के साथ दूध बेचे जाने पर हमें आपत्ति है, क्योंकि यह लोगों की धार्मिक भावना को आहत कर रहा है। सरकार अपने फैसले पर गौर करे। मिल्क पार्लर और चिकन पार्लर एक दूसरे से कुछ दूरी पर खोले जाने जाए और दो अलग-अलग व्यापारियों को मिल्क पार्लर और चिकन पार्लर दिए जाने चाहिए।”

बता दें कि, प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार ने राज्य भर में एक ही आउटलेट में चिकन और दूध बेचने की परियोजना शुरू की है। भोपाल में इसका एक आउटलेट खोला गया है। राज्य के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि इससे लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाले अंडे और दूध मिलेंगे। लाखन सिंह ने कहा कि वो राज्य भर में ऐसे ही पार्लर खोलने पर विचार कर रहे हैं और प्रयोग के तौर पर भोपाल में आउटलेट खोला भी गया है। उनका कहना है कि इसकी सफलता के आधार पर भविष्य की परियोजना को आकार दिया जाएगा।

वहीं, एक ही पार्लर में चिकन और दूध बेचे जाने को लेकर हो रहे विरोध पर लाखन सिंह ने कहा कि दोनों उत्पादों को बेचने के लिए पार्लर के अंदर अलग केबिन बनाए जाएँगे। दूध और चिकन को अलग-अलग केबिन में बेचा जाएगा। हालाँकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि दूध और चिकन एक ही व्यापारी द्वारा बेचे जाएँगे, अथवा दो अलग-अलग व्यापारियों द्वारा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिनके पति का हुआ निधन, उनको कहा – मुस्लिम से निकाह करो, धर्मांतरण के लिए प्रोफेसर ने ही दी रेप की धमकी: जामिया में...

'कॉल फॉर जस्टिस' की रिपोर्ट में भेदभाव से जुड़े इन 27 मामलों में कई घटनाएँ गैर मुस्लिमों के धर्मांतरण या धर्मांतरण के लिए डाले गए दबाव से ही जुड़े हैं।

‘गालीबाज’ देवदत्त पटनायक का संस्कृति मंत्रालय वाला सेमिनार कैंसिल: पहले बनाया गया था मेहमान, विरोध के बाद पलटा फैसला

साहित्य अकादमी ने देवदत्त पटनायक को भारतीय पुराणों पर सेमिनार के उद्घाटन भाषण के लिए आमंत्रित किया था, जिसका महिलाओं को गालियाँ देने का लंबा अतीत रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -