मध्य प्रदेश में एक ही आउटलेट में चिकन और गाय का दूध बेचने की कमलनाथ सरकार की परियोजना पर विवाद खड़ा हो गया है। राज्य सरकार के अधीन आने वाले पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम ने कड़कनाथ चिकन और गाय का दूध बेचने का फैसला लिया है। निगम ने भोपाल में ऐसा एक आउटलेट खोला है। प्रयोग सफल होने पर पूरे राज्य में ऐसे आउटलेट खोले जाएँगे।
भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचेगी, क्योंकि गाय का दूध पवित्र माना जाता है। इसका इस्तेमाल धार्मिक उद्देश्य के लिए किया जाता है। इसे त्योहारों और उपवासों के दौरान भी प्रयोग किया जाता है। ऐसे में जो व्यक्ति चिकन बेच रहा है, वही व्यक्ति गाय का दूध ना बेचे।
उन्होंने कहा, “चिकन के साथ दूध बेचे जाने पर हमें आपत्ति है, क्योंकि यह लोगों की धार्मिक भावना को आहत कर रहा है। सरकार अपने फैसले पर गौर करे। मिल्क पार्लर और चिकन पार्लर एक दूसरे से कुछ दूरी पर खोले जाने जाए और दो अलग-अलग व्यापारियों को मिल्क पार्लर और चिकन पार्लर दिए जाने चाहिए।”
BJP MLA Rameshwar Sharma: We are objecting since cow milk is being sold alongside chicken and eggs. This is hurting religious sentiment of people. We request the govt to look into it. Milk outlets & chicken outlets should be opened at some distance from each other. https://t.co/ufgKkfOHe4 pic.twitter.com/rnkCupxAZh
— ANI (@ANI) September 14, 2019
बता दें कि, प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार ने राज्य भर में एक ही आउटलेट में चिकन और दूध बेचने की परियोजना शुरू की है। भोपाल में इसका एक आउटलेट खोला गया है। राज्य के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह यादव का कहना है कि इससे लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाले अंडे और दूध मिलेंगे। लाखन सिंह ने कहा कि वो राज्य भर में ऐसे ही पार्लर खोलने पर विचार कर रहे हैं और प्रयोग के तौर पर भोपाल में आउटलेट खोला भी गया है। उनका कहना है कि इसकी सफलता के आधार पर भविष्य की परियोजना को आकार दिया जाएगा।
वहीं, एक ही पार्लर में चिकन और दूध बेचे जाने को लेकर हो रहे विरोध पर लाखन सिंह ने कहा कि दोनों उत्पादों को बेचने के लिए पार्लर के अंदर अलग केबिन बनाए जाएँगे। दूध और चिकन को अलग-अलग केबिन में बेचा जाएगा। हालाँकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि दूध और चिकन एक ही व्यापारी द्वारा बेचे जाएँगे, अथवा दो अलग-अलग व्यापारियों द्वारा।