कॉन्ग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने राहुल गाँधी की तुलना भगवान श्रीराम से की थी। वहीं, उन्होंने कॉन्ग्रेसियों को भरत बताया था। खुर्शीद के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा सांसद दुष्यंत गौतम ने कहा है यदि वास्तव में राहुल, राम हैं तो कॉन्ग्रेसियों को नंगा घूमना चाहिए।
दुष्यंत गौतम ने कहा है, “अगर राहुल गाँधी श्री राम के अवतार हैं, तो उन्हें अपनी ‘सेना’ (कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं) को बताना चाहिए कि वह क्या खाते हैं कि उन्हें ठंड नहीं लगती। उनकी ‘सेना’ बिना कपड़ों के क्यों नहीं घूमती? कॉन्ग्रेस नेताओं को भगवान राम की सेना की तरह नंगा होकर घूमना चाहिए।” गौतम ने यह भी कहा, “इससे पता चलता है कि कॉन्ग्रेस प्रसाद नहीं बाँटती है। वे सब कुछ अपने लिए रखते हैं। आखिर ऐसा कौन सा प्रसाद है जिसके कारण राहुल गाँधी को ठंड नहीं लगती। उन्हें, अपनी माँ और बहन को भी बताना चाहिए। वो लोग इतने सारे कपड़ों पर पैसे क्यों खर्च करते हैं?”
दरअसल, सोमवार (26 दिसंबर, 2022) को सलमान खुर्शीद उत्तर प्रदेश के अमरोहा में राहुल गाँधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि भगवान राम की खड़ाऊँ बहुत दूर तक जाती हैं। कभी-कभी खड़ाऊँ लेकर भी चलना पड़ता है। हमेशा भगवान राम हर जगह नहीं पहुँच पाते। उन्होंने कहा कि राम के भाई भरत जी उनकी खड़ाऊँ लेकर चलते हैं। खड़ाऊँ लेकर हम उत्तर प्रदेश में पहुँच गए हैं। अब रामजी भी पहुँचेगें। यह हमारा विश्वास है।
खुर्शीद यहीं रुके। उन्होंने राहुल गाँधी को सुपरह्यूमन तक बता डाला। उन्होंने कहा, “राहुल गाँधी सुपरह्यूमन हैं। हम ठंड में ठिठुर रहे हैं और जैकेट पहन रहे हैं। वहीं, राहुल गाँधी टी-शर्ट में बाहर जा रहे हैं। वह एक योगी की तरह हैं जो अपनी ‘तपस्या’ ध्यान से कर रहे हैं।”
बात दें कि इससे पहले, इसी साल अक्टूबर में राजस्थान सरकार में मंत्री परसादी लाल मीणा ने राहुल गाँधी को भगवान राम से बड़ा बता दिया था। मीणा ने कहा था कि राहुल गाँधी 3500 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं और वह भगवान राम से अधिक पैदल चल रहे हैं। त्रेता युग में वनवास के समय भगवान राम ने भी इतनी लंबी यात्रा नहीं की थी।
मीणा ने आगे कहा था कि भगवान राम अयोध्या से श्रीलंका तक पैदल गए थे और उससे भी ज्यादा राहुल गाँधी की यह ऐतिहासिक पदयात्रा जो कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक जाएगी। उन्होंने कहा कि देश में जैसा माहौल है, सांप्रदायिकता का वातावरण बन गया है, उसमें राहुल गाँधी देश जोड़ने का काम करने वाले हैं। साथ ही, बयान दिया कि इतनी लंबी पदयात्रा न कभी निकली और न आगे कोई निकाल पाएगा।