Sunday, November 17, 2024
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डिग्री लेकर देश बेचा, चंद पैसों के लिए जमीर बेची’: महुआ मोइत्रा को निशिकांत दुबे ने फिर घेरा, पूछा- विदेश जाने के पैसे किसने दिए

पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोपों पर महुआ की पार्टी टीएमसी ने भी उनसे किनारा कर लिया है। तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद कुनाल घोष ने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया था और कहा था कि सम्बंधित व्यक्ति खुद ही जवाब देगा।

महँगे गिफ्ट और पैसे लेकर संसद में अडानी समूह के विरुद्ध प्रश्न पूछने के मामले में तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा मुश्किल में है। इसकी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर फिर से सवाल उठाए हैं। दुबे ने मोइत्रा को पैसे लेकर ज़मीर बेचने वाली बताया है।

झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद दुबे ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक ट्वीट किया। इसमें उन्होंने कहा कि मामला अडानी, डिग्री या चोरी का नहीं है, बल्कि मामला देश को गुमराह करने का है। उन्होंने इसे संसद की गरिमा और भारत की सुरक्षा से जुड़ा प्रश्न बताया है। उन्होंने महुआ को चंद पैसे के लिए जमीर बेचने वाली बताया।

दुबे ने अपने पोस्ट में कहा, ठसवाल संसद की गरिमा, भारत की सुरक्षा व कथित सांसद की, proprietary, corruption and criminality का है। जबाब देना है कि दुबई में NIC मेल खुला की नहीं? पैसे के बदले प्रश्न पूछे कि नहीं? विदेश जाने आने के खर्च किसने उठाए? कभी लोकसभा अध्यक्ष और विदेश मंत्रालय से विदेश जाने का permission लिया या नहीं? सवाल अडानी, डिग्री या चोरी का नहीं, देश को गुमराह कर आपके भ्रष्टाचार का है। #डिग्री वाली देश बेचे #चंद पैसे के लिए जमीर बेचे।”

दरअसल, महुआ मोइत्रा पर आरोप है कि उन्होंने व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से महंगे गिफ्ट और पैसे के बदले अडानी समूह के खिलाफ संसद में प्रश्न पूछे थे। यह भी सामने आया है कि संसद पोर्टल का लॉगइन भी उन्होंने हीरानंदानी को दे रखा था। इस मामले में महुआ ने निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई पर मानहानि का मुकदमा भी दायर किया है।

इस मामले में एडवोकेट देहाद्राई ने पत्र लिखकर मोइत्रा की सीबीआई से शिकायत की थी। इसी पत्र के आधार पर दुबे ने इसकी शिकायत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से की। दुबे ने अपने पत्र में लिखा था कि उन्हें वकील देहाद्राई के माध्यम से उन्हें महुआ द्वारा हीरानंदानी से महंगे गिफ्ट लेने का पुख्ता सबूत मिला है।

इस मामले में बाद में दर्शन हीरानंदानी ने स्वयं एक पत्र जारी करके कहा था कि महुआ ने उनका गलत फायदा उठाया है। दर्शन ने बताया कि संसद में अडानी समूह पर प्रश्न उठाने के बदले उन्हें कई महंगे खर्चे महुआ पर करने पड़े। उन्होंने यह भी बताया कि महुआ जल्दी अपनी पहचान बनाना चाहती थीं। इसलिए वह प्रधानमंत्री मोदी पर हमले कर रही थीं।

वहीं, एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई दूसरी तरफ महुआ पर आरोप लगा रहे हैं कि महुआ ने उनके कुत्ते ‘हेनरी’ को चुरा लिया है। उन्होंने कहा कि जनवरी 2021 में उन्होंने हेनरी को ₹75,000 में खरीदा था। देहाद्राई ने कहा है कि उनका रिश्ता हेनरी से अभिभावक जैसा है।

निशिकांत दुबे द्वारा उठाए गए मामले पर देश के केन्द्रीय रेल एवं आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी चिंता जताई है। दरअसल, जो NIC संसद की वेबसाइट का काम देखता है, वह अश्विनी वैष्णव के मंत्रालय के अंतर्गत आता है।

पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोपों पर महुआ की पार्टी टीएमसी ने भी उनसे किनारा कर लिया है। तृणमूल कॉन्ग्रेस के सांसद कुनाल घोष ने इस पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया था और कहा था कि सम्बंधित व्यक्ति खुद ही जवाब देगा।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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