गाजीपुर से बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। उसे शनिवार (29 अप्रैल 2023) को गैंगस्टर एक्ट के तहत 4 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद से ही अफजाल की सांसदी जाना तय माना जा रहा था। अफजाल के साथ ही उसके भाई मुख्तार अंसारी को भी 10 साल की सजा सुनाई गई थी।
MP Afzal Ansari disqualified as a member of Lok Sabha representing the Ghazipur Parliamentary Constituency upon his conviction by the Court of Additional Sessions Judge, MP/MLA Court, Ghazipur.
— ANI (@ANI) May 1, 2023
दरअसल, मुख्तार अंसारी और उसके भाई अफजाल अंसारी पर बीजेपी विधायक रहे कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप था। यही नहीं, मुख्तार पर कोयला व्यापारी नंदकिशोर रूँगटा का अपहरण और हत्या का आरोप था। इस मामले में गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के तहत सुनवाई करते हुए मुख्तार अंसारी पर 10 साल की सजा के साथ 5 लाख का जुर्माना लगाया था। वहीं, अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई गई थी। अफजाल को 1 लाख को जुर्माना भी भरना होगा।
बता दें कि सजा होने के पहले अफजाल अंसारी जमानत पर बाहर था। लेकिन अब उसे जेल भेजा गया है। वहीं, मुख्तार अंसारी पहले से ही यूपी की जेल में बंद है। वहीं, अफजाल अंसारी जमानत पर बाहर था।
अंसारी बंधुओं की सजा पर कृष्णानंद राय के परिवार ने की थी सीएम योगी की तारीफ
मुख्तार और अफजाल अंसारी की सजा पर कोर्ट के फैसले के बाद कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने कहा था कि उनकी माँ ने कई सालों तक संघर्ष किया है। पूरा परिवार अंसारी बंधुओं के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था। उन्होंने कोर्ट के फैसले पर खुशी जताई थी। साथ ही कहा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों के चलते ही माफियाओं और अपराधियों पर कार्रवाई हो रही है। मुख्तार और अफजाल को हुई सजा के लिए यूपी की बदली हुई परिस्थितियाँ भी जिम्मेदार हैं।
वहीं, एक अन्य बातचीत में पीयूष राय ने कहा है कि उनके पिता की हत्या 18 साल पहले हुई थी। हत्या के दौरान उनके पिता की शिखा भी काटी गई थी। शिखा सिर्फ उनकी नहीं बल्कि एक समाज की शिखा काटी गई थी। आज न्यायपालिका ने उसका शिखा का मान बढ़ाया है।