Friday, November 15, 2024
Homeराजनीतिकॉन्ग्रेस के कार्यक्रम में जम कर चली कुर्सियाँ, बीच सभा में भागे ज्योतिरादित्य सिंधिया

कॉन्ग्रेस के कार्यक्रम में जम कर चली कुर्सियाँ, बीच सभा में भागे ज्योतिरादित्य सिंधिया

मध्य प्रदेश में अभी सरकार और संगठन, दोनों के ही मुखिया कमलनाथ ही हैं। ऐसे में नेतृत्व परिवर्तन की सम्भावना को देखते हुए सिंधिया समर्थक लगातार शक्ति प्रदर्शन में लगे हैं। भोपाल में कॉन्ग्रेस दफ्तर के बाहर सिंधिया समर्थकों ने प्रदर्शन भी किया था।

पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की रैली में जम कर हुंड़दंग मचा। इंदौर में आयोजित रैली में अनुशासनहीन कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐसा हंगामा किया कि नाराज़ सिंधिया बीच सभा में ही निकल गए। रविवार (सितम्बर 13, 2019) को आयोजित इस कार्यक्रम में कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे के ऊपर कुर्सियाँ फेंकी। एक दिन के दौरे पर इंदौर पहुँचे सिंधिया का कार्यकर्ताओं से मिलने का प्रोग्राम था। उनके स्वागत के लिए रंगून गार्डन में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।

न सिर्फ़ निचले स्तर पर बल्कि मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस के शीर्ष स्तर पर भी सबकुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। कमलनाथ सरकार के मंत्री ने आरोप लगाया कि दिग्विजय सिंह पिछले दरवाज़े से राज्य सरकार चला रहे हैं। मामला सोनिया गाँधी तक पहुँचा, जहाँ से मध्य प्रदेश कॉन्ग्रेस में कलह की जाँच पार्टी की अनुशासन समिति को सौंप दी गई। पार्टी में गुना के पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री कमलनाथ के रूप में सत्ता के तीन धुर हो गए हैं।

सिंधिया की रैली की बात बात करें तो सारा हंगामा तब शुरू हुआ जब एक के बाद एक कार्यकर्ताओं ने मंच पर चढ़ना शुरू कर दिया। उस समय सिंधिया मंच पर ही मौजूद थे। होड़ लगा कर सिंधिया से मिलने मंच पर पहुँच रहे कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे पर कुर्सियाँ उछालनी शुरू कर दी। इस दौरान कई कुर्सियाँ टूट गईं और वहाँ कुर्सियों का ढेर लग गया।

मध्य प्रदेश में अभी सरकार और संगठन, दोनों के ही मुखिया कमलनाथ ही हैं। ऐसे में नेतृत्व परिवर्तन की सम्भावना को देखते हुए सिंधिया समर्थक लगातार शक्ति प्रदर्शन में लगे हैं। भोपाल में कॉन्ग्रेस दफ्तर के बाहर सिंधिया समर्थकों ने प्रदर्शन भी किया था। कमलनाथ सोनिया गाँधी से मिल कर इस्तीफे की पेशकश भी कर चुके हैं। सिंधिया ने कहा कि उनका सारा ध्यान महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

थीसिस पेश करने से लेकर, डिग्री पूरी होने तक… जानें जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ होता है कैसा बर्ताव, सामने आई रिपोर्ट

'कॉल फॉर जस्टिस' की फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट से पता चलता है कि जामिया मिलिया इस्लामिया में गैर-मुस्लिमों के साथ न केवल भेदभाव हुआ बल्कि उन्हें धर्मांतरण के लिए उकसाया भी गया।

बांग्लादेश में संविधान का ‘खतना’: सेक्युलर, समाजवादी जैसे शब्द हटाओ, मुजीब से राष्ट्रपिता का दर्जा भी छीनो – सबसे बड़े सरकारी वकील ने दिया...

युनुस सरकार बांग्लादेश के संविधान से 'सेक्युलर' शब्द निकालने की तैयारी कर रही है। इसे इस्लामीकरण की दिशा में एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -