छत्तीसगढ़ की कॉन्ग्रेस सरकार ने हज हाउस बनाने का ऐलान किया है, जिसके लिए 26 करोड़ रुपए ख़र्च किए जाएँगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईद-उल-अजहा के मौके पर अपने निवास स्थान से ही वीडियो कॉल के माध्यम से हज हाउस का शिलान्यास किया। तीन एकड़ की भूमि में हज हाउस का निर्माण किया जाएगा। ये भवन 5 मंजिला होगा और इसमें हज यात्रियों के लिए सारी सुख-सुविधाएँ मौजूद होंगी।
छत्तीसगढ़ की कॉन्ग्रेस सरकार द्वारा हज हाउस का निर्णय लिए जाने की खबर कॉन्ग्रेस द्वारा खुद को रामभक्त घोषित करने की कोशिशों के बीच आई है। जहाँ मध्य प्रदेश में कमलनाथ राम मंदिर निर्माण का स्वागत करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं, वहीं छत्तीसगढ़ में भगवान राम के ननिहाल में माता कौशल्या का मंदिर बनाने के लिए 15 करोड़ की लगत से प्रोजेक्ट तैयार किया गया है।
जहाँ तक हज हाउस की बात है, इसका निर्माण मंदिरहसौद रोड एयरपोर्ट के पास नवा रायपुर अटल नगर में किया जा रहा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों को बकरीद की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए ये दोहरी ख़ुशी का मौका है। उन्होंने ‘समाज के लोगों’ को हाजियों की परेशानी कम करने के लिए मेहनत करने का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि लम्बे समय से इस हज हाउस की माँग चल रही थी, जो आज पूरी हुई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस दौरान हज की जम कर तारीफ की और इसे समुदाय वालों के जीवन का अभूतपूर्व पल करार दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण इस साल की हज यात्रा पहले जैसी नहीं है, ऐसे में 2021 की हज यात्रा में केंद्र सरकार को पहले से चयनित छत्तीसगढ़ के हज यात्रियों को मौका देना चाहिए। ‘हज कमिटी ऑफ इंडिया’ से छत्तीसगढ़ को 5 करोड़ रुपए मिलने हैं, जिसके लिए उन्होंने पहल करने की बात कही।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने छत्तीसगढ़ हज हाउस का किया शिलान्यास
— Narayanpur Youth Congress (@IYCNarayanpur) August 2, 2020
— नवा रायपुर में लगभग 26 करोड़ रूपए की लागत से तीन एकड़ भूमि में किया जाएगा निर्माण pic.twitter.com/fxdpVOsOqi
कॉन्ग्रेस नेताओं ने कहा कि पहले लोगों को हज हाउस के लिए नागपुर जाना पड़ता था। साथ ही वहाँ की सरकार छत्तीसगढ़ से ही हज के लिए उड़ान की व्यवस्था भी करने वाली है। हज हाउस के निर्माण के बाद छत्तीसगढ़ में ही लोगों को सारी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँगी। इसे कॉन्ग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के रूप में भी देखा जा रहा है क्योंकि भूपेश बघेल इससे पहले भी मजहबी वोट्स के लिए ये जुगत करते रहे हैं।