कॉन्ग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर आरोप है कि उन्होंने महादेव ऐप प्रमोटर्स से ₹508 करोड़ लिए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के इस खुलासे को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में शनिवार (4 नवंबर, 2023) को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें उन्होंने सीएम बघेल पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खुलासे के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने मीडिया से कहा कि सत्ता में रहकर सट्टा का खेल खेलना छत्तीसगढ़ सरकार का चेहरा बन चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ चौंका देने वाले तथ्य सामने आए हैं। उनके अनुसार असीम दास नाम के एक शख्स से 5 करोड़ 30 लाख रुपए से ज्यादा बरामद हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने सवाल करते हुए कहा कि क्या ये सच है कि कॉन्ग्रेस के नेताओं को शुभम सोनी के जरिए असीम दास पैसा पहुँचाते थे?
स्मृति ईरानी ने एक वॉयस मैसेज का जिक्र करते हुए कहा कि असीम दास को ये आदेश दिया गया था कि वो रायपुर जाएँ और सीएम बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसा दें। उन्होंने मीडिया से सवाल करते हुए पूछा कि क्या ये सच है कि 2 नवंबर को होटल ट्राइडेंट में असीम दास से सर्च में पैसे बरामद हुए? क्या यह सत्य है कि अलग-अलग बैंक खातों से 15.50 करोड़ रुपए प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत फ्रीज किया गया?
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने ये भी कहा कि जिस शुभम सोनी के बारे में असीम दास ने बयान दिया है, ये माना जा रहा है कि जाँच एजेंसी के पास शुभम सोनी से संबंधित सबूत मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि लिखित बयान में ये कहा गया है कि महादेव ऐप के प्रमोटर्स ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को 538 करोड़ रुपए रिश्वत दी है।
स्मृति ईरानी के अनुसार एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। उन्होंने कहा कि महादेव ऐप के प्रमोटर्स प्रशासन और कॉन्ग्रेस के नेताओं से सुरक्षा चाहते थे। इसी को लेकर चंद्रभूषण वर्मा नाम के एक अधिकारी के जरिए सुरक्षा के बदले पैसे की माँग की गई थी। चंद्रभूषण वर्मा पर अब तक 65 करोड़ रुपए की रिश्वत का आरोप लगा है।
इससे पहले ईडी ने कहा था कि 2 नवंबर को एक तलाशी अभियान के बाद ताजा सबूतों से ये जानकारी मिली कि सीएम बघेल को महादेव ऐप प्रमोटर्स ने नियमित भुगतान किया है। उनको किया गया ये भुगतान अब तक 508 करोड़ रुपए तक जा पहुँचा है। गौरतलब है कि विश्वसनीय इनपुट के बाद ईडी ने 2 नवंबर को छत्तीसगढ़ में सफल तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान चुनावी राज्य में 5.39 करोड़ रुपए नकद बरामद किए गए।
2 नवंबर को ईडी को खुफिया जानकारी मिली कि 7 और 17 नवंबर को होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनावों के संबंध में महादेव ऐप के प्रमोटरों द्वारा बड़ी मात्रा में नकदी ले जाया जा रहा है। ईडी ने होटल ट्राइटन और भिलाई में एक अन्य जगह पर तलाशी ली और कैश कूरियर असीम दास को रोका।
असीम को खास तौर से सत्तारूढ़ कॉन्ग्रेस पार्टी के चुनावी खर्चों के लिए बड़े पैमाने पर नकदी पहुँचाने के लिए संयुक्त अरब अमीरात से भेजा गया था। ईडी ने असीम की कार और घर से 5.39 करोड़ रुपए की नकद राशि बरामद की। असीम दास ने स्वीकार किया है कि जब्त किए गए पैसे को महादेव ऐप प्रमोटरों ने छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी चुनाव खर्चों के लिए एक राजनेता, ‘बघेल’ तक पहुँचाने की व्यवस्था की थी।
ED has conducted search operations on 2/11/2023 against the money laundering networks linked with Mahadev Book Online Betting APP in Chhatishgarh in which Cash of Rs. 5.39 Crore and Bank balance Rs. 15.59 Crore has been intercepted and frozen/ seized. pic.twitter.com/ZItQV2VWOB
— ED (@dir_ed) November 3, 2023
तलाशी अभियान के बाद ईडी ने ‘एक्स’ पर छत्तीसगढ़ के तलाशी अभियान को लेकर लिखा, “ईडी ने 2/11/2023 को छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया है। इसमें 5.39 करोड़ रुपए नकद जब्त किए गए जबकि बैंक खाते में 15.59 करोड़ रुपए को फ्रीज किया गया।”
ईडी अब महादेव बुक ऑनलाइन बेटिंग ऐप सिंडिकेट की जाँच कर रही है। इस सट्टेबाजी सिंडिकेट के प्रमोटर विदेश में हैं और अपने दोस्तों और सहयोगियों की मदद से भारत भर में हजारों पैनल चला रहे हैं, जो खासकर छत्तीसगढ़ से हैं और उन्होंने अपराध के जरिए हजारों करोड़ रुपए कमाए हैं।
इस मामले में ईडी ने पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और 450 करोड़ रुपए से अधिक जब्त भी की जा चुकी है। 14 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज है।