Sunday, November 17, 2024
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₹14500 करोड़ का घोटाला, 3 दिन-26 घंटे, 128 सवाल: अहमद पटेल के घर पहुँच ED ने फिर की पूछताछ

कॉन्ग्रेस नेता अहमद पटेल का नाम संदेसरा मामले में पिछले साल सामने आया था। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई जाँच में गवाहों ने अहमद पटेल, उनके बेटे फैसल पटेल और उनके दामाद इरफान सिद्दीकी नाम लिया था।

कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके घर पहुॅंचकर तीसरी बार पूछताछ की। मामला गुजरात की फार्मास्युटिकल कंपनी स्टर्लिंग बॉयोटेक के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जॉंच से जुड़ा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 14,500 करोड़ रुपये के स्टर्लिंग बायोटेक बैंक धोखाधड़ी मामले में अहमद पटेल से ईडी के अधिकारियों ने तीन दिनों के अंदर 26 घंटे से अधिक पूछताछ की है। गुरुवार (02 जुलाई, 2020) को भी ईडी के अधिकारियों ने अहमद पटेल से उनके आवास पर जाकर आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।

इससे पहले मंगलवार को ईडी के अधिकारियों ने कम से कम दस घंटे तक उनसे पूछताछ की थी। 27 जून को अहमद पटेल से पहली बार साढ़े आठ घंटे तक पूछताछ की गई थी।

तीन दिनों के अंदर अहमद पटेल से की गई पूछताछ में ईडी के अधिकारियों ने गुजरात स्थित चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 128 सवाल पूछे हैं।

जानकारी के मुताबिक कॉन्ग्रेस नेता अहमद पटेल को मामले में चश्मदीदों और संदिग्धों द्वारा दिए गए बयानों का सामना करना पड़ रहा है। अहमद पटेल से चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा के साथ उनके कथित संबंधों के बारे में पूछा गया। आरोप है कि संदेसरा बंधुओं ने उनके दिल्ली स्थित आवास पर कई बार नकद राशि का भुगतान किया था।

अहमद पटेल ने कहा है कि पूछताछ के दौरान उनसे जो भी सवाल पूछे गए हैं उनके उन्होंने जवाब दे दिए हैं। पटेल ने कहा कि सभी सवाल आरोपों पर आधारित थे और उनके (अधिकारियों के) पास मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है।

उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह मेरे खिलाफ राजनीतिक बदले की कार्रवाई है। मुझे नहीं पता कि ईडी के अधिकारी किसके दबाव में काम कर रहे हैं।

अहमद पटेल का संदेसरा मामले से संबंध

कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल पर आरोप है कि चेतन संदेसरा और नितिन संदेसरा के साथ उनके संबंध थे, जो कि स्टर्लिंग बायोटेक घोटाले के प्रमुख अभियुक्त हैं। यह घोटाला नीरव मोदी और मेहुल चोकसी वाले पंजाब नेशनल बैंक घोटाले से भी बहुत बड़ा है।

बैंक धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में संदेसरा बंधु अब भी फरार

कॉन्ग्रेस नेता अहमद पटेल के संदेसरा मामले से संबंध का खुलासा पिछले साल हुआ था। जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही जाँच में शामिल गवाहों ने अहमद पटेल, उनके बेटे फैसल पटेल और उनके दामाद इरफान सिद्दीकी का नाम लिया था।

सूत्रों के अनुसार गवाहों ने अहमद पटेल के घर को गड़बड़ी का मुख्यालय बताया था। गवाहों ने बताया था कि अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल और दामाद इरफान अहमद सिद्दीकी को संदेसरा से पैसे मिले थे।

पिछले साल अगस्त में प्रवर्तन निदेशालय ने स्टर्लिंग बायोटेक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल को तलब किया था। दवा कंपनी मालिक संदेसरा बंधुओं के साथ फैसल पटेल के संबंधों को लेकर ईडी द्वारा जाँच की जा रही है।

आपको बता दें कि कॉन्ग्रेस नेता अहमद पटेल ने प्रवर्तन निदेशालय को एक पत्र लिखा था, जिसमें पटेल ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देते हुए प्रवर्तन निदेशालय से पूछताछ टालने को कहा था।

ईडी के सामने पेश होने के एक दिन पहले कॉन्ग्रेस नेता ने कोरोना वायरस महामारी का बहाना बनाते हुए खुद के 65 वर्ष से अधिक उम्र का होने की बात कही थी। इसके जवाब में ईडी ने कहा था कि वह उनके आवास पर आकर पूछताछ करेंगे।

अहमद पटेल अन्य कई विवादों में भी शामिल रहे हैं

अहमद पटेल का विवादों से पुराना नाता रहा है और उनसे अन्य कई मामलों में भी पूछताछ की जा रही है। अप्रैल 2019 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के ओएसडी के यहाँ छापेमारी के बाद रिपोर्ट सामने आई थी कि दिल्ली के तुगलक रोड स्थित एक प्रमुख राजनीतिक दल के मुख्य कार्यालय में 20 करोड़ रुपए भेजे गए थे, जिसे पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के माध्यम से भेजा गया था।

हालाँकि विभाग ने राजनीतिक दल और पदाधिकारी का नाम नहीं बताया था, लेकिन यह बताया गया था कि दिल्ली में कॉन्ग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी एसएम मोइन के निवास स्थान पर आयकर विभाग ने छापा मारा था। दरअसल जब आयकर विभाग के अधिकारी मोइन के आवास पर छापेमारी कर रहे थे, उस समय भी अहमद पटेल दिल्ली में मोइन के आवास पर पहुँचे थे।

अहमद पटेल का नाम यूपीए कार्यकाल के दौरान अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले की जाँच के दौरान भी सामने आया था। इस दौरान बिचौलिया मिशेल से बरामद एक डायरी में कुछ रिश्वत प्राप्तकर्ताओं के नामों की तरफ इशारा किया गया था, जो कि सौदे को पूरा करने के लिए दी गई थी। डायरी में कुछ कोडवर्ड जैसे कि “एपी”, “एफएएम”, “पीओएल”, “बीयूआर”, “डीजी एसीक्यू”, “एएफ” लिखे हुए थे।

कथित तौर पर उन लोगों के नाम डायरी में लिखे हुए थे, जिनको रिश्वत दी गई थी। अगस्ता के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को भारत में प्रत्यर्पित किए जाने के बाद हिरासत के दौरान उसने ईडी को कथित तौर पर बताया था कि एपी का मतलब अहमद पटेल है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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