मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनावों के रुझानों में करारी हार के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी ने EVM (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर सवाल खड़े किए हैं। उत्तर प्रदेश के कॉन्ग्रेस प्रवक्ता ने रविवार (3 दिसंबर 2023) को हार का ठीकरा EVM के माथे पर फोड़ते हुए इस पर आत्ममंथन को जरूरी बताया। हालाँकि इसी प्रकार के मतदान के बाद कॉन्ग्रेस पार्टी तेलंगाना में पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज करती नजर आ रही है। लेकिन इस पर अंशु अवस्थी ने कुछ नहीं बोला।
उत्तर प्रदेश कॉन्ग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने यह बयान 44 सेकेंड का एक वीडियो जारी करके दिया है। उन्होंने कहा, “हम बार-बार ये कह रहे हैं कि EVM पर चिंता करने की जरूरत है। मंथन करने की जरूरत है। देश के जनमानस में यह बात है कि EVM में फेर-फेर होता है। हम कहीं भी जीतें या हारें लेकिन EVM पर चिंतन होना चाहिए।”
बकौल अंशू अवस्थी लोगों का EVM पर नहीं बल्कि देश के लोकतंत्र में भरोसा होना जरूरी है। कॉन्ग्रेस नेता ने यह भी कहा कि वो अपनी चिंता चुनाव आयोग को बता चुके हैं। अंशू अवस्थी ने यह भी कहा कि जरूरत हो तो EVM को हटाया जाए।
हम बार-बार कह रहे हैं देश भी इस बात को स्वीकार कर रहा है,सभी को #EVM पर चिंतन करने की जरूरत है, ऐसा नहीं हो सकता कि जनता कुछ कहे और EVM से कुछ निकले #कांग्रेस प्रवक्ता: अंशू अवस्थी
— Ek Sandesh (@EkSandesh236986) December 3, 2023
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इससे पहले भी विपक्ष के कई नेता ईवीएम पर सवाल उठा चुके हैं। 2 महीने पहले कॉन्ग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने भी EVM के बदले बैलेट चुनाव कराए जाने की माँग की थी।
EVM मशीन में हेराफेरी और छेड़छाड़ की आशंका जताते हुए मनीष तिवारी ने कहा था कि देश के लोकतंत्र को तकनीकी पर नहीं छोड़ा जा सकता है। वोटिंग के बाद जारी हुए एक्जिट पोल पर भी कॉन्ग्रेस ने तब सवाल उठाए थे। तब उसमें मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते दिखाया गया था।
बताते चलें कि रविवार (3 दिसंबर 2023) को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए पड़े वोटों की गिनती हुई। अब तक मिले रुझानों के मुताबिक भाजपा ने न सिर्फ मध्य प्रदेश में अपना मुख्यमंत्री पद बरकरार रखा बल्कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी शासन कर रही कॉन्ग्रेस को हरा दिया है। तेलंगाना चुनाव के रुझानों में कॉन्ग्रेस स्पष्ट बहुमत की तरफ बढ़ती दिखाई दे रही है।