उत्तर प्रदेश में प्रवासियों को उनके गृह राज्य भिजवाने के नाम पर कॉन्ग्रेस ने पिछले दिनों खूब राजनीति की। जिसे देखकर बसपा प्रमुख मायावती उनपर कई बार हमलावर हुईं। अब इसी कड़ी में कॉन्ग्रेस ने मायावती पर निशाना साधा है और उन्हें ट्विटर बहनजी कहते हुए उनपर आरोप लगाया है कि वे भाजपा के साथ जुड़ सकती हैं।
दरअसल, दलित कॉन्ग्रेस उत्तर प्रदेश के ट्विटर अकॉउंट पर कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता पी एल पुनिया की एक वीडियो शेयर की गई है। जिसके साथ ट्वीट में लिखा गया, “BJP से मायावती जी डर व घबरा गई हैं। मायावती जी महात्मा गाँधी जी के हत्यारे गोडसे को मानने वाली भाजपा का साथ दे रही हैं, जिनकी सोच हमेशा से दलित विरोधी रही है। अब वक्त आ गया है, जनता को पता लगना चाहिए कि कौन दलित विरोधी है और कौन दलित हितैशी।”
👉 BJP से मायावती जी डर व घबरा गई हैं।
— Dalit Congress Uttar Pradesh (@DalitCongressUP) May 24, 2020
👉 मायावती जी महात्मा गांधी जी के हत्यारे गोडसे को मानने वाली भाजपा का साथ दे रही जिनकी सोच हमेशा से दलित विरोधी रही हैं।
👉 अब वक्त आ गया है जनता को पता लग रहा है चाहिए कि कौन दलित विरोधी है और कौन दलित हितैसी।
श्री @plpunia जी pic.twitter.com/mzjgmqrJWK
खबरों के अनुसार, कॉन्ग्रेस नेता ने इस संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मायावती को ‘ट्विटर बहनजी’ कहा और उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि वे साफ-साफ बताएँ कि उनके ऊपर भाजपा की तरफ से दबाव है, वे उनसे डरी हुई हैं, घबराई हुई हैं, या आगे जाकर उनके साथ गठबंधन करना चाहती हैं।
वीडियो में पुनिया ने भाजपा पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की हत्या का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ये लोग नाथूराम गोडसे को आदर्श मानकर उनकी प्रशंसा करते हैं, उनकी पूजा करते हैं और कई जगह उनका मंदिर बनाने का भी प्रयास किया है।
पुनिया ने मायावती पर भाजपा का साथ देने का आरोप लगाते हुए भाजपा के लिए जमकर जहर उगला। पुनिया ने कहा, जो जगह-जगह पर दलित विरोधी और उत्पीड़न की घटनाएँ हुई हैं। उसमें भाजपा के लोग सम्मिलित पाए जाते हैं, उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती। वो मायावती को बुराई नहीं लगती और कॉन्ग्रेस पार्टी जो हमेशा दलित उत्थान के लिए काम करती है, वो इनको खराब लगते हैं। इसलिए ये बात स्पष्ट है कि वो अपना रास्ता भूल चुकी हैं। उससे भटक चुकी हैं।
पुनिया ने दावा किया कि उनकी पार्टी दलित उत्पीड़न के मुद्दे को उठा रही है लेकिन स्वघोषित दलितों की नेता मायावती चुप हैं। उनके हिसाब से मौजूदा सरकार में दलित समाज पर राज्य संरक्षण में हमले बढ़े हैं और प्रियंका गाँधी की सक्रियता मायावती को खलती है। इसलिए ट्विटर पर बहन जी भाजपा का प्रेस नोट ट्वीट करती हैं।
उल्लेखनीय है कि कॉन्ग्रेस के इस हमले से पहले बसपा सुप्रीमो ने यूपी सरकार से बसों का किराया माँगने पर राजस्थान सरकार को निशाने पर लिया था। इसके अलावा बसपा प्रमुख मायावती ने राहुल गाँधी की एक वीडियो शेयर करते हुए उसे नाटक करार दिया था। उन्होंने प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा के लिए कॉन्ग्रेस को ही कसूरवार ठहराया है।