कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान सांसद संतोख सिंह चौधरी की मौत हो गई थी। मृतक के बेटे ने उनकी मौत का कारण लापरवाही बताया है। उन्होंने कहा कि अगर सही ढंग से ट्रीटमेंट किा गया होता तो उनके पिता जिंदा होते।
बता दें कि शनिवार (14 जनवरी 2023) को पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गाँधी के साथ जालंधर से कॉन्ग्रेस सांसद संतोख सिंह भी चल रहे थे। इसी दौरान उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया और वे गिर गए। इसके बाद उन्हें फगवाडा के अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
संतोख सिंह के बेटे और फिलौरी से कॉन्ग्रेस विधायक विक्रमजीत चौधरी ने कहा कि एंबुलेंस में ले जाते वक्त उनके पिता पंप करने पर साँस ले रहे थे। उन्होंने कहा, “वहाँ मौजूद डॉक्टरों ने हमें कहा कि किनारे हो जाओ, वी नो हाऊ टू डू इट।” विक्रमजीत चौधरी ने कहा कि उन डॉक्टरों के पास इमरजेंसी शॉक का भी कोई सामान नहीं था और वे बड़ी हड़बड़ाहट में थे।
विक्रमजीत चौधरी अपने पिता के स्वास्थ्य को लेकर कहा कि जिंदगी में उन्होंने सिर्फ आँख का ऑपरेशन कराया था। उन्होंने कहा कि उनके पिता को किसी तरह की बीमारी नहीं थी और वे पूरी तरह स्वस्थ थे। वे हर तीन महीने में अपना चेकअप कराते थे।
उधर, कॉन्ग्रेस ने अपने सांसद की मौत के लिए पंजाब की आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। सांसद की मौत पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोरंजन कालिया ने भी भगवंत मान सरकार को दोषी बताया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता कालिया ने कहा, “संतोख सिंह चौधरी को समय पर चिकित्सा सहायता मिल जाती तो उन्हें बचाया जा सकता था। राहुल गाँधी के पीछे चलने वाली एम्बुलेंस में कोई उचित व्यवस्था नहीं थी और यह जिम्मेदारी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की थी।”
इन आरोपों पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलवीर सिंह ने बताया कि एंबुलेंस में चार स्पेशलिस्ट डॉक्टर थे। इनमें मेडिकल स्पेशलिस्ट डॉ. सर्बजीत सिंह, ऑर्थो स्पेशलिस्ट डॉ. मोहित बंसल, एनेस्थिसियोलॉजिस्ट डॉ. संदीप और ब्लड ट्रांसफ्यूजन अफसर डॉ. नवनीत अरोड़ा शामिल थे।
उन्होंने आगे बताया कि डॉक्टर संतोख सिंह को तुरंत एंबुलेंस में लेकर गए। उस वक्त उनकी साँस और पल्स नहीं थी। उन्हें तुरंत CPR दी गई। ऑक्सीजन भी दी गई। उन्हें एड्रेनालाइन और एट्रोपिन इंजेक्शन दिए गए। इसके साथ ही हर 5 मिनट पर शॉक दिए गए। इतना सब कुछ करने के बाद भी कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।
वहीं, एंबुलेंस में पर्याप्त सुविधा नहीं होने के आरोपों पर जालंधर के सिविल सर्जन ने बताया कि राहुल गाँधी के साथ चल रही एंबुलेंस स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) से मान्यता प्राप्त है। यही एंबुलेंस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी चली थी। यह बेस्ट एंबुलेस है।