केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में देश भर में हो रही हिंसा के बीच अब कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गाँधी की बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गाँधी की भी एंट्री हो गई। उन्होंने पीएम मोदी से इस कानून को वापस लेने की माँग की है। वहीं, राहुल गाँधी ने कहा कि अग्निपथ योजना का भी हाल कृषि कानूनों की तरह होगा।
कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार (18 जून 2022) को एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, “8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान’ के मूल्यों का अपमान किया है। मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे। ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर’ बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और ‘अग्निपथ’ को वापस लेना ही पड़ेगा।”
8 सालों से लगातार भाजपा सरकार ने ‘जय जवान, जय किसान' के मूल्यों का अपमान किया है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 18, 2022
मैंने पहले भी कहा था कि प्रधानमंत्री जी को काले कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे।
ठीक उसी तरह उन्हें ‘माफ़ीवीर' बनकर देश के युवाओं की बात माननी पड़ेगी और 'अग्निपथ' को वापस लेना ही पड़ेगा।
इस योजना को लेकर देश भर में जारी हिंसा के बीच राहुल गाँधी ने जंतर-मंतर पर विरोध का फैसला कर इस आग में घी डालने का काम किया है। कॉन्ग्रेस ने घोषणा की है कि अग्निपथ योजना के खिलाफ पार्टी रविवार (19 जून 2022) को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। इसमें कई बड़े नेताओं और सांसदों के शामिल होने की बात कही जा रही है।
प्रियंका गाँधी ने कहा कि मोदी सरकार को इस योजना को तुरंत वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरोध को देखते हुए 24 घंटे भी नहीं बीते और सरकार को इसमें बदलाव करना करना पड़ा। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट किया।
24 घंटे भी नहीं बीते कि भाजपा सरकार को नई आर्मी भर्ती का नियम बदलना पड़ा
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 17, 2022
मतलब, योजना जल्दबाजी में युवाओं पर थोपी जा रही है@narendramodi जी
इस स्कीम को तुरंत वापस लीजिए
एयरफोर्स की रुकी भर्तियों में नियुक्ति और रिजल्ट दीजिए।
सेना भर्ती को (आयु में छूट देकर) पहले की तरह कीजिए
बता दें कि इस योजना को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं, आंदोलन के लिए युवाओं को भड़काने का आरोप राजनीतिक दलों पर भी लग रहे हैं। वहीं, इसमें कोचिंग माफियाओं की बात सामने आ रही है। विरोध प्रदर्शन के नाम पर हो रही हिंसा में देश विरोधी तत्व फायदा उठा रहे हैं।
इस बीच केंद्र सरकार ने ‘अग्निवीरों’ को केंद्रीय सशस्त्र बलों एवं असम राइफल्स में 10% आरक्षण देने का फैसला किया है। इसके साथ ही इस बार अभ्यर्थियों की आयु सीमा में भी छूट दी गई है। 23 वर्ष तक के अभ्यर्थी सेना में आवेदन कर सकेंगे। पहले बैच के लिए आयु में अधिकतम आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट होगी।