भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के अब तक 93 मामले सामने आ चुके हैं। 2 लोगों की मौत हो चुकी है। इसका प्रसार रोकने की केंद्र सरकार हर मुमकिन कोशिश कर रही है। इस पर काबू पाने के लिए सरकार लगातार फैसले ले रही है। अन्य देशों में फॅंसे नागरिकों को लाने के प्रयास भी जारी हैं। इसी कड़ी में ईरान में फँसे 234 भारतीय निकाले गए हैं। सभी को जैसलमेर में रखा गया है।
लेकिन ऐसा लगता है कि मसला कैसा भी कॉन्ग्रेस उस पर एक राय नहीं बना सकती। अब कोरोना से निपटने के मोदी सरकार के प्रयासों पर भी मुख्य विपक्षी दल के भीतर विरोधाभास नजर आने लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्वी केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने केंद्र सरकार के प्रयासों पर संतुष्टि जताई है। उनसे पहले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी और महासचिव प्रियंका गॉंधी ने मोदी सरकार की कोशिशों पर नाराजगी जताते हुए इसे नाकाफी बताया था।
शर्मा ने मोदी सरकार की कोशिशों पर संतुष्टि जताते हुए कहा, “मैं सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों और कोरोना वायरस को चेक करने के लिए की गई तैयारियों को लेकर पूरी तरह से संतुष्ट हूँ। स्वास्थ्य मंत्रालय विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन कर रहा है, जो इस जानलेवा वायरस से लड़ने के लिए बेहद जरूरी है।”
इससे पहले कोरोना वायरस को लेकर राहुल गाँधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था। उनका कहना था कि कोरोना वायरस का संकट गहराता जा रहा है, जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। सब कुछ होने के बाद भी मोदी सरकार इसके लिए पर्याप्त कदम नहीं उठा रही है। शेयर बाजार में हो रहे नुकसान का जिक्र करते हुए राहुल गाँधी ने कहा था कि वह बार-बार कह रहे थे कि कोरोना वायरस गंभीर समस्या है, लेकिन मोदी सरकार को जो एक्शन लेना चाहिए था वह नहीं लिया।
कॉन्ग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने भी कहा था, “सेंसेक्स पूरी तरह से गिर चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। हर कोई परेशान है। अगर पीएम मोदी को चुनी हुई सरकार गिराने से फुर्सत मिल गई हो तो देश के लिए जरूरी विषयों पर भी बोल दें।”
बता दें कि भारत ने कोरोना से लड़ने के मामले में अमेरिका-चीन जैसे देशों को पछाड़ा है। भारत की आबादी 135 करोड़ से भी अधिक है, लेकिन फिर भी यहाँ संक्रमण बहुत ही कम फैला है, जबकि इटली जैसे छोटे देश में संक्रमण ने तबाही मचा दी है। इस समय इटली जैसा छोटा और विकसित देश नया वुहान बन गया है, लेकिन 135 करोड़ की आबादी वाले देश भारत में कोरोना वायरस नियंत्रण में है। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि भारत ने बिल्कुल सही समय पर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एयरपोर्ट पर जाँच शुरू कर दी थी, जबकि इटली ने लापरवाही बरती।
इसके साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन के मामले में भारत टॉप पर है। जहाँ पाकिस्तान जैसे देश ने अपने नागरिकों को चीन में ही छोड़ दिया, वहीं भारत ने हर भारतीय को निकाल लिया। भारत से सबसे अधिक फ्लाइट भेजी गई हैं। समय रहते अपने नागरिकों को निकालने की वजह से भी यहाँ संक्रमण काफी कम है। अभी हाल ही में ईरान से भी 234 भारतीयों को निकाल कर देश वापस लाया गया है।
गौरतलब है कि चीन के वुहान शहर से यह संक्रमण शुरू हुआ था। अब तक दुनिया के 116 देश इसकी चपेट में आ चुके हैं। कोरोना वायरस संक्रमण 5,833 लोगों की जान ले चुका है। दुनियाभर में 1,55,086 लोग इससे संक्रमित हैं। यही कारण है कि WHO ने बुधवार को इसे वैश्विक महामारी घोषित कर दिया था।