नई वाली राजनीति का जुमला लेकर दिल्ली की राजनीति में आए दिन नई नौटंकी रचने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने एक नया कारनामा किया है। यदि आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा की मानें तो अरविन्द केजरीवाल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को मीटिंग के बहाने बुलाकर आगामी विधानसभा चुनाव में AAP को ही वोट दिलवाने की कसम खिलाने वाले थे। लेकिन अब केजरीवाल ने यह प्लान रद्द कर दिया है।
इस बात पर यकीन करना मुश्किल था लेकिन हम सभी आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल की प्रतिभा से अच्छी तरह से परिचित हैं। कपिल मिश्रा के इस खुलासे को तब बल मिला जब सोशल मीडिया पर कपिल मिश्रा की इस मीटिंग की सच्चाई बताने के बाद अचानक अरविन्द केजरीवाल ने इस मीटिंग को रद्द करने का फैसला कर लिया।
दिल्ली में कुछ ही समय में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन उससे पहले ही आम आदमी पार्टी ने चुनावी चकल्लस शुरू कर दी है। आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा ने शुक्रवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर सरकारी स्कूलों में हो रही राजनीतिक मीटिंगों पर रोक लगाने की माँग की थी।
स्कूलों का राजनैतिक इस्तेमाल नहीं होने देंगे
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 21, 2019
बच्चों के साथ गंदी राजनीति नहीं होने देंगे pic.twitter.com/I7WK6BDToZ
कपिल मिश्रा इस मामले में कोर्ट भी जाने की तैयारी कर रहे हैं। कपिल मिश्रा ने ट्विटर पर लिखा, “21 जून से 24 जून हर माता पिता को स्कूल बुलवाकर केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाने का लिखित निर्देश दिया जा रहा है। इसे तुरंत रोकिए, ये सरकारी स्कूलों में गैरकानूनी हरकत है, अगर इसे नहीं रोक गया तो हमें कोर्ट जाना पड़ेगा।”
shocking politics in Schools
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 21, 2019
21 जून से 24 जून हर माता पिता को स्कूल बुलवा कर केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाने का लिखित निर्देश@LtGovDelhi @ArvindKejriwal
इसे तुरंत रोकिए, ये सरकारी स्कूलों में गैरकानूनी हरकत हैं
अगर इसे नहीं रोक गया तो हमें कोर्ट जाना पड़ेगा pic.twitter.com/PN1GN2G3rb
इसके बाद एक ट्वीट में कपिल मिश्रा ने लिखा कि ये एक टीचर ने उन्हें व्हाट्सएप किया है- “टीचर्स को जबर्दस्ती स्कूल बुलवाया गया है, टीचर्स फ़ोन करके पेरेंट्स को बुलाएँगे। अगले चार दिनों में हर पेरेंट्स के साथ एसएमसी मेंबर मीटिंग करेगा और केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाई जाएगी। स्कूलों में इतनी भद्दी राजनीति कभी नहीं हुई।”
ये एक टीचर ने मुझे व्हाट्सएप किया हैं – टीचर्स को जबर्दस्ती स्कूल बुलवाया गया हैं, टीचर्स फ़ोन करके पेरेंट्स को बुलाएंगे
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 21, 2019
अगले चार दिनों में हर पेरेंट्स के साथ smc मेंबर मीटिंग करेगा और केजरीवाल को वोट देने की कसम खिलवाई जाएगी
स्कूलों में इतनी भद्दी राजनीति कभी नहीं हुई pic.twitter.com/ZsDRssjJcM
कपिल मिश्रा के बाद बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने भी ट्वीट करते हुए कहा, “दिल्ली सरकार के स्कूलों में सरकारी ख़र्च से ‘आप’ के कार्यकर्ता और नेता अभिभावकों को ज़बरन बुलाकर आने वाले विधान सभा चुनावों में पार्टी के उम्मीदवारों को वोट देने का पाठ पढ़ाएँगे। बीजेपी विधायक उपराज्यपाल से मिलकर हस्तक्षेप की माँग करेंगे।”
दिल्ली सरकार के स्कूलों के प्रांगण मे सरकारी ख़र्च से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और नेता अभिभावको को ज़बरन बुलाकर आने वाले विधान सभा चुनावों मे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को वोट देने का पाठ पढ़ायेंगे।
— Vijender Gupta (@Gupta_vijender) June 20, 2019
भाजपा विधायक @LtGovDelhi से मिलकर हस्तक्षेप की माँग करेंगे। pic.twitter.com/EUELeaM8Cd
कपिल मिश्रा के इन आरोपों के ठीक एक दिन बाद उन्होंने आज एक और ट्वीट करते हुए बताया है कि अरविन्द केजरीवाल ने इस मीटिंग को रद्द करने का फैसला किया है और फिलहाल के लिए यह स्थगित कर दी गई है। इस ट्वीट में कपिल मिश्रा ने लिखा है, “स्कूलों में होने वाली मीटिंग कैंसिल। जनता की बड़ी जीत, सिसोदिया और केजरीवाल के झूठ की पोल खुली। आखिर हमारा दबाव रंग लाया। वीडियो, अभिभावकों की शिकायतें, सब सामने आ गईं तो आखिर मीटिंग रद्द करने पर मजबूर स्कूलों में केजरीवाल को राजनीति नहीं करने देंगे।”
स्कूलों में होने वाली मीटिंग कैंसिल –
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) June 21, 2019
जनता की बड़ी जीत
सिसोदिया और केजरीवाल के झूठ की पोल खुली
आखिर हमारे दबाव रंग लाया
वीडियो, अभिभावकों की शिकायतें सब सामने आ गया तो आखिर मीटिंग रद्द करने पर मजबूर
स्कूलों में केजरीवाल को राजनीति नहीं करने देंगे pic.twitter.com/96Np8bgtgO
इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अरविन्द केजरीवाल राजनीति के नाम पर अपनी इस प्रकार की निम्नस्तरीय हरकतों से बाज नहीं आएँगे। खैर, जो भी हो, कम से कम यह तो स्पष्ट है कि अरविन्द केजरीवाल मनोरंजन में कोई कमी नहीं होने देते हैं।