मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को फिर से सावरकर को लेकर विवादित टिप्पणी की। एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुँचे दिग्विजय ने कहा कि जिस दिन भी सावरकर को भारत रत्न दिया जाएगा, वो दिन देश के इतिहास का काला दिन होगा।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि सावरकर ने अंग्रेजों का साथ दिया था और ये भी वादा किया था कि वे साम्राज्यवाद के ख़िलाफ़ किसी आंदोलन में भाग नहीं लेंगे। वे गाँधीजी की हत्या के षडयंत्र में शामिल थे। लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से उन्हें मुक्ति मिली। यहाँ बता दें कि दिग्विजय सिंह इस दौरान राष्ट्रीय सेकुलर मंच द्वारा गाँधीजी और धर्म निरपेक्षता विषय पर आयोजित एक संगोष्ठी में बोल रहे थे।
इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने सावरकर को लेकर आज 2 ट्वीट भी किए। पहले ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि देखें सावरकर को भारत रत्न देने से क्यों बदले वाजपेयी…।
सावरकर को ‘भारतरत्न’ देने से क्यों बदले वाजपेयी और गोडसे की सावरकर-स्वीक… https://t.co/XrmoMZppgu via @YouTube
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 24, 2019
अवश्य देखें।
वहीं, दूसरे ट्वीट में उन्होंने एक आर्टिकल शेयर किया। जिसका शीर्षक था ‘सावरकर से नहीं हट सकता गाँधी की हत्या और अंग्रेजों से माफी माँगने का दाग।’ उन्होंने इस ट्वीट को करते हुए पूछा कि क्या सावरकर को भारत रत्न मिलना चाहिए।
veer savarkar bharat Ratan controversy BJP – सावरकर से नहीं हट सकता गाँधी की हत्या और अंग्रेजों से माफ़ी माँगने का दाग | Satya Hindi
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 24, 2019
इन तथ्यों को पढ़ने के बाद भी क्या सावरकर को भारत रत्न मिलना चाहिये? https://t.co/LxkGqXjhRm
उल्लेखनीय है कि इस टिप्पणी के बाद भाजपा नेताओं ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है। भाजपा के नेता व पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम साफ होने के बाद कहा है कि महाराष्ट्र की जनता ने बता दिया कि सावरकर भारत रत्न के हकदार है। महाराष्ट्र और हरियाणा की जनता ने सावरकर जी को भारत रत्न मिले इसपर मोहर लगाई है। चुनाव देखकर लग रहा है कि अब दिग्विजय सिंह चेहरा दिखाने के काबिल नहीं बचे।