अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (फरवरी 25, 2020) को दिल्ली में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई विषयों पर बातचीत की। यहाँ तक कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के सवाल पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने हुए कहा कि धार्मिक आजादी पर भारत अच्छा काम कर रहा है।
दिल्ली में जारी हिंसक प्रदर्शनों को लेकर पूछे गए सवाल पर ट्रम्प ने कहा- ‘मैंने मोदी के साथ इस पर कोई बात नहीं की, यह भारत का मसला है’ #DelhiRiots @realDonaldTrump @PMOIndia pic.twitter.com/FxTA4UNuj9
— Dainik Bhaskar (@DainikBhaskar) February 25, 2020
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों ने जब डोनाल्ड ट्रम्प से दिल्ली हिंसा पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से इस मसले पर कोई बात नहीं हुई। ट्रम्प ने कहा कि बाकी देशों के मुकाबले भारत ज्यादा धार्मिक है, इस बारे में पीएम मोदी से बातचीत भी हुई है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि नरेंद्र मोदी सबकी धार्मिक स्वतंत्रता चाहते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से दिल्ली के मौजूदा हालात पर सवाल पूछा गया. ट्रम्प ने कहा ‘मैंने PM मोदी के साथ धार्मिक स्वतंत्रता पर चर्चा की, भारत में सबको धार्मिक स्वतंत्रता है’.
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) February 25, 2020
दरअसल, रविवार से भड़की हुई उत्तर पूर्वी दिल्ली और सीएए को लेकर हिंसा पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा- “हमने धार्मिक स्वतंत्रता के बारे में बात की थी। पीएम ने कहा कि वह चाहते हैं कि लोगों को धार्मिक स्वतंत्रता मिले। उन्होंने इस पर वास्तव में कड़ी मेहनत की है। मैंने व्यक्तिगत हमलों के बारे में सुना, लेकिन मैंने इसकी चर्चा नहीं की। यह भारत पर निर्भर है। बाकी देशों की तुलना में भारत में ज्यादा धार्मिक आजादी है। धार्मिक आजादी की दिशा में भारत अच्छा काम कर रहा है।”
US President on violence in North East Delhi and CAA: We did talk about religious freedom. The PM said he wants people to have religious freedom. They have worked really hard on it. I heard about the individual attacks but I did not discuss it. It is up to India. pic.twitter.com/p0hEYfqhU1
— ANI (@ANI) February 25, 2020
‘भारत ने मेरा शानदार स्वागत किया गया’
डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत में जैसा स्वागत उनका किया गया है, वैसा आज तक किसी अमेरिकी शख्स का नहीं हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस समय भारत-अमेरिका के रिश्ते सबसे बेहतरीन हैं और दोनों देशों के द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई है। उन्होंने कहा- “हमने कई मुद्दों पर विचार किया है, हम भारत के साथ आपसी संबंधों को बढ़ावा देना चाहते हैं। हम पूरे विश्व में शांति चाहते हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “हमें बहुत ही आनंद आया। हमारी शानदार बैठकें हुईं … यह एक जबरदस्त देश है। मुझे लगता है कि उन्होंने हमें जितना पसंद किया है, उससे कहीं ज्यादा वे हमें पसंद करते हैं। प्रधानमंत्री और मेरे बीच एक गहरा रिश्ता है।”
US President Donald Trump: We had a great time. We had great meetings… This is a tremendous country. I think they like us more than they ever liked us. There is a great relationship between the Prime Minister and myself. #TrumpInIndia pic.twitter.com/0qdB2v0VNk
— ANI (@ANI) February 25, 2020
‘रेडिकल इस्लामिक आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रयासरत’
कट्टरपंथी आतंकवाद के विषय पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, “आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए हमने कई कदम उठाए। रेडिकल इस्लामिक आतंकवाद को खत्म करने के लिए प्रयासरत हैं। हम आतंकवाद को रोकने के लिए सौ फीसदी काम करना चाहते हैं। इस्लामिक आतंकवाद पर नकेल लगाने की दिशा में काम हो रहा है। हम पाकिस्तान पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
पीएम मोदी और ट्रम्प की बातचीत से पहले भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि भारतीय पक्ष ने अमेरिका के सामने H1 B वीजा का मुद्दा उठाया और आईटी क्षेत्र में भारतीय पेशेवरों के योगदान पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान विशेष रूप से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के भीतर वैश्विक संदर्भ में कनेक्टिविटी पर चर्चा की गई।
Indian side raised issue of H1 B visa, highlighted contribution of Indian professionals in IT sector: Foreign Secretary on Modi-Trump talks
— Press Trust of India (@PTI_News) February 25, 2020