Monday, December 23, 2024
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देश की पहली आदिवासी और 15वीं राष्ट्रपति निर्वाचित हुईं द्रौपदी मुर्मू: PM मोदी ने दी बधाई, कहा- भारत ने रच दिया इतिहास

"प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले मूर्म को उनके घर जाकर बधाई दी और ट्वीट करते हुए कहा कि जब 1.3 अरब भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में जन्मीं आदिवासी समुदाय की भारत की एक बेटी हमारी राष्ट्रपति बनी है।"

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Draupdi Murmu) के रूप में देश को 15वाँ राष्ट्रपति मिल गया। तीसरे दौर की मतगणना में उन्होंने विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) को काफी पीछे छोड़ दिया।

महामहिम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू नए राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई 2022 को अपने पद और गोपनीयता की शपथ लेंगी। बता दें कि वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है।

द्रौपदी मुर्मू की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित तमाम नेताओं ने उन्हें बधाई दी। प्रधानमंत्री ने द्रौपदी मुर्मू के आवास पर जाकर उनसे विशेष रूप से उनसे मुलाकात की।

प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले मूर्म को उनके घर जाकर बधाई दी और ट्वीट करते हुए कहा कि जब 1.3 अरब भारतीय आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में जन्मीं आदिवासी समुदाय की भारत की एक बेटी हमारी राष्ट्रपति बनी है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने इतिहास रच दिया है और मुर्मू का जीवन एक प्रेरणा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी एक उत्कृष्ट विधायक और मंत्री रही हैं। झारखंड के राज्यपाल के रूप में उनका कार्यकाल शानदार रहा। मुझे विश्वास है कि वह एक उत्कृष्ट राष्ट्रपति होंगी, जो आगे बढ़कर नेतृत्व करेंगी और भारत की विकास यात्रा को मजबूत करेंगी।”

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “मैं पार्टी लाइन के उन सभी सांसदों और विधायकों को धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंने श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की उम्मीदवारी का समर्थन किया है। उनकी रिकॉर्ड जीत हमारे लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत है।”

द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव में कुल 64 प्रतिशत वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के पक्ष में 36 प्रतिशत वोट आए। उधर, कहा जा रहा है कि वोटिंग के दौरान 17 सांसदों और 126 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है।

NDA से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने तीसरे दौर की मतगणना के बाद कुल वैध मतों का 50% का आँकड़ा पार कर लिया था। जीत के लिए 5,43,261 मूल्य के वोट चाहिए थे और सत्ताधारी एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को तीसरे चरण की मतगणना में ही 5,77,777 मूल्य के मत मिल गए हैं। वहीं, विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सिर्फ 2,61,062 मूल्य के वोट प्राप्त हुए हैं।

दूसरे चरण की मतगणना में द्रौपदी मुर्मू को 809 वोट मिले, जबकि यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिले। राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने बताया, “दूसरे दौर में पहले 10 राज्यों के मतपत्रों की वर्णानुक्रम (Alphabetically) में गणना की गई है। कुल वैध मत 1138 है और उनका कुल मूल्य 1,49,575 है। इस गणना के मुताबिक, द्रौपदी मुर्मू को 809 वोट मिले, जिनका मूल्य 1,05,299 है। वहीं, यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिले, जिनका मूल्य 44,276 है।”

इसके पहले चरण के वोटों की गिनती में भी वह यशवंत सिन्हा से आगे थीं। राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी के अनुसार, सांसदों के वोटों की गिनती में द्रौपदी मुर्मू ने 3,78,000 मूल्य के 540 वोट हासिल किए।

वहीं, यशवंत सिन्हा को 1,45,600 मूल्य के 208 वोट मिले। इस दौरान कुल 15 वोट अवैध पाए गए। पीसी मोदी ने बताया कि ये संसद के आंकड़े हैं। इस संबंध में अगली घोषणा जल्द ही करने की बात उन्होंने कही।

बता देें कि राष्ट्रपति चुनावों में सोमवार (18 जुलाई 2022) को संसद में 98.91 प्रतिशत मतदान हुआ था। कुल 736 मतदाताओं (727 सांसदों और 9 विधायकों) को संसद में मतदान की अनुमति दी गई थी, जिनमें से 728 (719 सांसदों और 9 विधायकों) ने वोट दिया था।

द्रौपदी मुर्मू के पैतृक गाँव ओडिशा के रायरंगपुर में पहले से ही जश्न की तैयारियाँ शुरू हैं। बीते दिनों से ही मिठाइयाँ बन रही हैं। ग्रामीणों ने मुर्मू का विजय जुलूस निकलने के साथ ही आदिवासी नृत्य की भी योजना पहले से ही बना ली है।

भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जब कोई आदिवासी महिला भारत की राष्ट्रपति बनी। रायरंगपुर और पूरे ओडिशा के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। उत्सव जैसा माहौल है। 20,000 मिठाइयाँ बनाने के अलावा आतिशबाजी की भी पूरी तैयारी भी पहले ही की गई। 

द्रौपदी मुर्मू जिस सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ती थीं, उसके प्रधानाध्यापक रह चुके बिस्वेश्वर मोहंती ने उस वक्त को याद किया। उन्होंने बताया कि वह 1968 से 1970 तक स्कूल में हेड टीचर थे। उस दौरान द्रौपदी मुर्मू वहाँ पढ़ाई करती थीं और वह बहुत मेधावी थीं। उन्होंने बताया कि मुर्मू के बारे में जानकर उन्हें बहुत गर्व महसूस होता है।

इस बीच द्रौपदी के ससुराल के घर की तस्वीर भी सामने आई है। बता दें कि पति और दो बेटों की मौत के बाद द्रौपदी ने अपने ससुराल पहाड़पुर की सारी जमीन ट्रस्ट बनाकर बोर्डिंग स्कूल में बदल दिया गया। ट्रस्ट का नाम पति और बेटों के नाम पर SLS ट्रस्ट रखा गया है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे पढ़ाई करते हैं।

उल्लेखनीय है कि कुल 10,86,431 मतों में से राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के पास 6.67 लाख से अधिक वोट होने का अनुमान लगाया गया है। उन्हें सत्ताधारी गठबंधन के अलावा बीजद, वाईएसआर कॉन्ग्रेस, अकाली दल ही नहीं विपक्षी खेमे के कई दलों जैसे जेडीएस, झामुमो, शिवसेना और तेदेपा का समर्थन भी मिला है। साथ ही चुनाव में क्रॉस वोटिंग की भी खबरें सामने आई हैं।

गुजरात में NCP विधायक कंधाल जडेजा ने कहा कि उन्होंने मुर्मू को वोट दिया। ओडिशा में कॉन्ग्रेस विधायक मोहम्मद मोकीम ने मुर्मू के पक्ष में मतदान किया। हरियाणा के कॉन्ग्रेस विधायक कुलदीप बिश्नोई ने भी मुर्मू के समर्थन में वोट किया। वहीं असम में AIUDF के नेता करीमुद्दीन ने भी कॉन्ग्रेस के क्रॉस वोटिंग करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि ये आँकड़ा 20 से अधिक भी हो सकता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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