चुनाव आयोग (ECI) ने चुनावी पारदर्शिता के क्षेत्र में बड़ा कदम बढ़ाते हुए SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) द्वारा सुप्रीम कोर्ट में सबमिट किए गए इलेक्टोरल बॉन्ड्स के विवरण सार्वजनिक कर दिए हैं। इसमें बताया गया है कि किन कंपनियों ने कितनी बार इलेक्टोरल बॉन्ड्स खरीदे और उन्हें किन राजनीतिक दलों द्वारा भजाया गया। सुप्रीम कोर्ट की डेडलाइन से एक दिन पहले ही गुरुवार (14 मार्च, 2023) को ये डेटा ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया। लिस्ट में अम्बानी-अडानी की कंपनियों के नाम नहीं हैं, जिनका नाम लेकर राहुल गाँधी भाजपा पर निशाना साधते रहे हैं।
डेटा को 2 भागों में अपलोड किया गया है। पहले हिस्से और दूसरे हिस्से को इन लिंक्स पर जाकर आप देख सकते हैं। कंपनियों ने 1 लाख, 10 लाख और 1 करोड़ रुपए के बॉन्ड्स खरीदे हैं। 12 अप्रैल, 2019 से लेकर अब तक के डेटा को सार्वजनिक किया गया है। कंपनियों के अलावा कुछ लोगों द्वारा भी इलेक्टोरल बॉन्ड्स खरीदे गए हैं। EC की पहली सूची में कंपनियों के डिटेल्स हैं, दूसरी सूची में राजनीतिक दलों के। साथ ही किस तारीख़ को बॉन्ड्स भजाए गए, उसका भी जिक्र किया गया है।
हालाँकि, आप ये नहीं जान पाएँगे कि किस कंपनी/शख्स ने किस राजनीतिक दल के लिए बॉन्ड्स जारी किए हैं। दोनों सूची को देख कर भी इसका अंदाज़ा लगाना कठिन है। कंपनियों में ABC इंडिया लिमिटेड, एक्रोपॉलिस मेंटेनेंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, अरिहंत इंटरप्राइजेज, एस्सेल माइनिंग एन्ड इंडस्ट्रीज लिमिटेड, मेघा इंजीनियरिंग एन्ड इंफ्रास्ट्रक्चर, PHL फिनीवेस्ट, पीरामल कैपिटल एन्ड हाउसिंग फाइनेंस, रेणुका इंवेस्टमेंट्स, टेक्सपोर्ट, गुजरात फ्लुओरो केमिकल्स, PRL डेवेलपर्स, सन फार्मा, केवेंटर फूडपार्कस इत्यादि के नाम हैं।
Election Commission of India uploads the data on electoral bonds on its website as received from SBI.
— ANI (@ANI) March 14, 2024
Donors to political parties through electoral bonds include Grasim Industries Limited, Piramal Capital and Housing Finance Limited, Piramal Enterprises Ltd., Muthoot Finance…
‘फ्यूचर गेमिंग एन्ड होटल सर्विसेज PR’ ने सबसे ज्यादा 1208 बॉन्ड्स खरीदे, जिनका मूल्य 1208 करोड़ रुपए है। दूसरे स्थान पर ‘मेघा इंजीनियरिंग एन्ड इंफ़्रास्ट्रक्चर्स’ आता है, जिसने 821 करोड़ रुपए के 821 बॉन्ड्स खरीदे। तीसरा स्थान ‘Qwik Supply Chain’ का है, जिसने 410 करोड़ रुपए के बॉन्ड्स खरीदे। ‘हल्दिया एनर्जी’ ने 377 करोड़ रुपए के बॉन्ड्स खरीदे। वेदांत ने भी 375.65 करोड़ रुपए के बॉन्ड्स खरीदे हैं। वहीं एस्सेल ने 224.50, वेस्टर्न यूपी पॉवर ट्रांसमिशन ने 220, केवेंटर फूडपार्क इंफ़्रा ने 195 और मदनलाल लिमिटेड ने 185.50 करोड़ रुपए के बॉन्ड्स खरीदे हैं।