पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा लगाए गए भाई-भतीजावाद के आरोपों का तथ्यवार जवाब दिया है। महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाए थे कि राज्यपाल ने राजभवन में अपने परिवार के लोगों और रिश्तेदारों को नौकरी पर रखा है। राज्यपाल के व्यक्तिगत कर्मचारियों के रूप में 6 नियुक्तियों को लेकर ये सारा विवाद हुआ है।
राज्यपाल ने स्पष्ट कहा कि तथ्यात्मक रूप से महुआ मोइत्रा और मीडिया के कुछ हिस्सों में लगाए जा रहे ये आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा कि उनके सभी OSD 3 अलग-अलग राज्यों से हैं और 4 अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने बताया कि इनमें से 4 ऐसे हैं, जो न तो उनकी जाति के हैं और न ही उनके राज्य राजस्थान के हैं। बता दें कि धनखड़ जनता दल के टिकट पर झुंझनूं से सांसद और अजमेर के किशनगढ़ से विधायक भी रह चुके हैं।
‘राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन’ के अध्यक्ष रह चुके जगदीप धनखड़ को जुलाई 2019 में पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया था और तभी से राज्य की सत्ताधारी पार्टी उनके पीछे पड़ी हुई है। महुआ मोइत्रा ने 6 राजभवन कर्मचारियों के नाम व डिटेल्स शेयर कर दावा किया था कि वो सभी राज्यपाल के करीबी रिश्तेदार हैं। राज्यपाल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा से ध्यान बँटाने के लिए ये ‘डिस्ट्रैक्शन की रणनीति’ अपनी जा रही है।
उन्होंने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदहाल है और इससे ध्यान हटाने के लिए इस तरह के दावे किए जा रहे हैं और आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वो संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करते हुए पश्चिम बंगाल की जनता की सेवा करते रहेंगे और अपनी शपथ का पालन करेंगे। ये विवाद ऐसे समय में सामने आया है, जब भाटपारा में एक युवा भाजपा कार्यकर्ता की हत्या का आरोप TMC के गुंडों पर लगा है।
This is unfolding of “distraction strategy” to divert attention from alarming law and order scenario @MamataOfficial.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) June 7, 2021
Would continue undeterred and with zeal to serve the people of state and vindicate my oath of office under Article 159 of the Constitution.
पश्चिम बंगाल भाजपा ने बताया कि उत्तर 24 परगना के बैरकपुर इलाके में उसके पार्टी कार्यकर्ता जयप्रकाश यादव पर बम से हमला कर हत्या कर दी गई। कोलकाता से सटे बैरकपुर संसदीय सीट पर इस समय भाजपा का कब्जा है और 2019 में अर्जुन सिंह यहाँ से सांसद हैं। भाजपा ने एक बयान जारी कर दावा किया कि उक्त कार्यकर्ता के खिलाफ कई झूठे मामले भी दर्ज किए गए थे। पार्टी नेताओं ने दावा किया कि बंगाल में भाजपा को सपोर्ट करने की सजा उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों को मौत के घाट उतार कर दी जा रही है।
जहाँ तक महुआ मोइत्रा की बात है, विवादों से उनका पुराना नाता रहा है। हिन्दू नववर्ष की शुभकामनाओं को उन्होंने कट्टरता से जोड़ा था। साथ ही ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई की निंदा करते हुए उन्होंने लिखा था, “हमारे सुसु पॉटी रिपब्लिक में आपका स्वागत है! गौमूत्र पियो, गोबर छिड़को और शौचालय में कानून के शासन को फ्लश करो। दिल्ली पुलिस ने ट्विटर को नोटिस जारी किया और भाजपा के फर्जी दस्तावेज को मैनीपुलेटेड मीडिया बताने के सही तरीके के लिए उनके कार्यालयों में छापेमारी की।”