Saturday, November 16, 2024
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हुसैन दलवई, नीरज भारती, कलैगनार TV, सब एक ही थैली के चट्टे-बट्टे: गलवान में सैनिकों के बलिदान पर बिगड़े बोल

"मुझे पूरा यकीन है कि बिहार में चुनावों को देखते हुए बिहार रेजिमेंट चाइना बॉर्डर पर लगाई गई और जान-बूझकर बिहार रेजिमेंट के जवानों को किसी शातिर तरीके से मरवाया गया है, ताकि बिहार चुनावों में राष्ट्रवादी माहौल बनाया जा सके। चाइना बॉर्डर पर कभी खून-खराबा होता ही नहीं है।":

हुसैन दलवई कॉन्ग्रेस के राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। नीरज भारती का फेसबुक प्रोफाइल बताता है कि वे हिमाचल प्रदेश में कॉन्ग्रेस के विधायक थे। कलैगनार टीवी का स्वामित्व उस डीएमके के पास है जो तमिलनाडु में कॉन्ग्रेस की सहयोगी है। गलवान में बलिदान देने वाले सैनिकों के नाम पर अनर्गल बयानबाजी के मामले में ये सब एक ही मोर्चे पर खड़े हैं।

हुसैन दलवई का कहना है कि चीन की तरफ से कोई सैनिक नहीं मरा है। भारतीय सेना को अपमानित करते हुए कहा है कि उन्हें वहाँ लाठी लेकर क्यों भेजा गया, क्या वहाँ आरएसएस की कोई शाखा थी? महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस के नेता दलवई ने कहा कि भारत-चीन के बीच हुई झड़प में चीन की तरफ से कोई सैनिक नहीं मरा, सिर्फ हमारे जवान मारे गए हैं।

उन्होंने कहा, “हमने जवानों को लाठियाँ देकर क्यों बॉर्डर पर भेजा, क्या वहाँ RSS की शाखा थी? ऐसा है तो सैनिकों को क्यों आरएसएस के लोगों को ही बॉर्डर पर भेजो। वे सीमा पर पहरा देंगे।”

ये वही हुसैन दलवई हैं जिनसे मार्च में कोरोना वायरस को लेकर पत्रकारों ने सवाल किया था तो उन्होंने ‘करो ना प्यार है करो ना प्यार है’ गाना शुरू कर दिया था।

डीएमके के टीवी चैनल ने चीन के हमले को बताया जायज

राजनीतिक पार्टी डीएमके (DMK) के आधिकारिक ‘कलैगनार टीवी’ (Kalaignar TV) पर प्रसारित एक शो का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वरवणई सेंथिल (Varavanai Senthil) नाम के होस्ट को वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पर गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर हुए चीनी आक्रामण का बचाव करते देखा जा सकता है।

वीडियो में टीवी एंकर सेंथिल को चीन का समर्थन करते हुए करते हुए सुना जा सकता है कि भारतीयों के खिलाफ पीएलए सैनिकों द्वारा किया गया हमला मोदी सरकार की कुछ नीतियों की प्रतिक्रिया थी, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त करना।

हर प्रकार की ‘कॉन्सपिरेसी थ्योरी’ को पीछे छोड़ते हुए डीएमके के इस टीवी चैनल के एंकर का कहना है, “मोदी ने इजरायल के साथ लद्दाख और हिमाचल प्रदेश को यहूदी बस्तियों के रूप में बनाने के लिए एक अनौपचारिक समझौता किया है, इसे रोकने के लिए चीन ने कार्रवाई की है। चीन को यह काम सिर्फ इसलिए करना पड़ा क्योंकि मोदी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा रद्द कर दिया और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया।”

‘चीन ने कुछ नहीं किया होगा… पुलवामा की तरह ही..’

विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले हिमाचल प्रदेश के पूर्व कॉन्ग्रेसी सरकार में संसदीय सचिव रहे नीरज भारती ने तो सारी हदें पार करते हुए अपने फेसबुक प्रोफ़ाइल पर बिहार रेजिमेंट के जवानों को साजिशाना तरीके से ‘मरवाने’ तक की बात कहते हुए लिखा है कि चीन ने कुछ किया ही नहीं होगा।

नीरज भारती ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है – “मुझे पूरा यकीन है कि बिहार में चुनावों को देखते हुए बिहार रेजिमेंट चाइना बॉर्डर पर लगाई गई और जान-बूझकर बिहार रेजिमेंट के जवानों को किसी शातिर तरीके से मरवाया गया है, ताकि बिहार चुनावों में राष्ट्रवादी माहौल बनाया जा सके। क्योंकि चाइना बॉर्डर पर कभी खून-खराबा होता ही नहीं है और इस बार भी चाइना ने कुछ नहीं किया होगा, बल्कि जैसे पुलवामा में पूरी सख्ती होने के बावजूद एक कार जवानों के काफिले में घुस गई थी और बहुत से जवान मारे गए थे, वैसे ही किसी चाल के तहत इस बार भी बिहार रेजिमेंट के और साथ में कुछ पंजाब रेजिमेंट के जवानों को मरवाया गया है… पर अक्ल के अंधे अंधभक्तों को ये बात समझ नहीं आएगी।”

नीरज भारती और विवादों का इतिहास पुराना है। ये वही नीरज भारती है जिनके खिलाफ गत अप्रैल माह में हिमाचल प्रदेश के बैजनाथ पुलिस थाने और पंचरुखी पुलिस स्टेशन में हिन्दुओं के खिलाफ बेहूदा टिप्पणी करने पर धार्मिक भावनाएँ भड़काने को लेकर FIR दर्ज हुई थी।

2018 में नीरज भारती तब चर्चा में आए थे जब उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और स्मृति ईरानी पर अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने भाजपा नेता स्मृति ईरानी को लेकर ‘बॉडी शेमिंग’ बेहूदा टिप्पणी की थी।

फेसबुक पर विवादित पोस्ट के जरिए लोकप्रियता तलाशने वाले नीरज भारती ने जन्माष्टमी पर भी श्रीकृष्ण भगवान की एक फोटो फेसबुक पर शेयर की थी, जिसमें वह पेड़ पर बैठे हैं और नीचे नग्न अवस्था में गोपियाँ थीं।

कोरोना वायरस और चीन के साथ हुई ताजा झड़प ने नीरज भारती को एकबार फिर से सुर्ख़ियों में आने में मदद की है। नीरज भारती का फेसबुक एकाउंट ऐसे ही तमाम बेसिर-पैर के आरोपों से भरा पड़ा है।

इससे पहले दिल्ली यूनिवर्सिटी के सहायक प्रोफेसर देव कुमार ने भी चीन के साथ झड़प की तुलना बिहार चुनाव से की थी। चीन के साथ हुई झड़प को केंद्र सरकार का काम बताते हुए कहा था कि सरकार चीन के साथ बिहार चुनावों की वजह से लड़ रही है। उन्होंने यह भी दवा किया था कि लोकसभा चुनाव जीतने के लिए पुलवामा का आतंकी हमला करवाया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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