झारखंड विधानसभा मंगलवार (21 मार्च 2023) को जय श्रीराम के नारों से गूँज उठा। बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने सदन में अपना कुर्ता फाड़ लिया। बनियान पर लिखा ‘जय श्रीराम’ दिखाया। वे हजारीबाग में रामनवमी जुलूस को लेकर लगाई गई पाबंदियों का विरोध कर रहे थे। जायसवाल हजारीबाग सदर की सीट से विधायक हैं।
विधानसभा में भाजपा विधायक ने हेमंत सरकार को घेरते हुए कई तीखे सवाल किए। उन्होंने कहा कि रामनवमी को लेकर हजारीबाग में कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं। डीजे पर रोक लगा दी गई। फैसले के खिलाफ आवाज उठाने वाले 5 हजार लोगों पर धारा 107 के तहत मुकदमा कर दिया गया है। क्या इस राज्य में हिंदू होना अपराध है? क्या हम तालिबान में रहते हैं?
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो किस बात की चिंता,
— Manish Jaiswal (@Manishjhzb) March 21, 2023
शरण में रख दिया जब माथ तो किस बात की चिंता…
क्या हज़ारीबाग तालिबान का हिस्सा है ❓ जहाँ अपने ही प्रभु श्रीराम के पर्व पर पाबंदियां व हज़ारों रामभक्तों पर 107 के माध्यम से दबाने का प्रयास किया जा रहा है ❓ (1/3) … pic.twitter.com/ffaXvPX20n
विधायक मनीष जयसवाल ने सदन में कहा कि हजारीबाग की रामनवमी विश्व प्रसिद्ध है। ऐसे में डीजे बजाने की इजाजत न देने की वजह क्या है? सदन में इसे लेकर खूब हंगामा हुआ। भाजपा विधायकों ने जय श्री राम के नारे लगाए। इसी दौरान जयसवाल ने अपना कुर्ता फाड़ लिया। सदन से निकलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने रामनवमी जुलूस को लेकर लगाई गई पाबंदियों को सरकार का क्रूर फरमान बताया।
बता दें कि हजारीबाग में रामनवमी के अवसर पर ऐतिहासिक मंगला जुलूस निकाला जाता है। प्रशासन ने जुलूस में डीजे के इस्तेमाल व कलाबाजी दिखाए जाने पर पाबंदी लगा दी है। इसके बाद से ही भाजपा नेता सरकार पर हमलावर हैं। 19 मार्च 2023 को भी मनीष जयसवाल समेत कई भाजपा विधायकों ने झारखंड विधानसभा में इस मुद्दे पर सरकार से जवाब माँगा था। मनीष जयसवाल ने झारखंड की सरकार पर रामनवमी की भव्यता कम करने और दमनकारी फैसले लेने का आरोप लगाया है।