उत्तर प्रदेश में कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने शहर में 124 मंदिरों पर अतिक्रमण होने का दावा किया है। उनका दावा है कि मुस्लिम बहुल इलाकों में मंदिरों के बाहर बिरयानी की दुकान खोल दी गई है। इसी के साथ उन्होंने 28 मई 2022 (शनिवार) को 7 प्राचीन मंदिरों का दौरा भी किया है।
मंदिरों पर अतिक्रमण करने वालों को प्रशासन ने नोटिस भेज कर जवाब माँगा है। कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय का कहना है कि कब्ज़ा किए गए मंदिरों को फिर से खोला जाएगा और उनमें प्राण-प्रतिष्ठा करवाई जाएगी।
अपने फेसबुक पर इस दौरे की जानकारी शेयर करते हुए मेयर प्रमिला पांडेय ने लिखा, “आज मैंने उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ बेकनगंज में सात प्राचीन मंदिरों का दौरा किया। आज इन मंदिरों की हालत बेहद खराब है। अधिकतर प्राचीन मंदिरों पर कब्जा हो रहा है और दुकानें खोली गई हैं। इन्हे वापस लिया जाएगा और उन मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा भी फिर से होगी।”
अपने द्वारा शेयर किए गए एक अन्य वीडियो में उन्होंने शीर्षक दिया है, “प्राचीन मंदिरों पर इस तरह से हो रहा है कब्जा। इन सब पर कार्रवाई होगी।” इस वीडियो में मुस्लिम वेशभूषा में एक व्यक्ति से बात करते हुए उन्होंने कहा, “चाहे मंदिर हो या मस्जिद, आस्था का केंद्र होता है। उसे आपने तोड़ दिया। तुम्हारी मस्जिद के बाहर हम मंदिर बना लें तो क्या होगा?”
उसी दिन मेयर प्रमिला पांडेय ने एक और जगह का वीडियो शेयर किया है। उस वीडियो में उन्होंने टाइटल दिया, “पहले यह कभी प्राचीन शिव मंदिर था, जिस पर अब कब्जा हो चुका है। ताला लगा था, जिसको मैंने तुड़वा दिया है। एक-एक करके सभी मंदिर वापस लिए जाएँगे। जय श्री राम।”
इस वीडियो में उनको कहते सुना जा सकता है कि ये शंकर जी का मंदिर है और इसे उन्होंने बंद करवा दिया है। इसी वीडियो में पुलिसकर्मी ने वहाँ मौजूद एक व्यक्ति से ताला बंद करने पर सवाल किया तो उसने कहा, “कुत्ते न घुसें, इसलिए ताला बंद कर दिया।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मेयर ने बाबा बिरयानी और चाँद बिरयानी नाम की दुकानों का भी दौरा किया। बाबा बिरयानी मंदिर की जमीन कब्ज़ा करके बिरयानी की दुकान खोलने के लिए चर्चित रहा है। प्रशासन की रिपोर्ट में भी उसके खिलाफ सम्पति कब्ज़ाने की तस्दीक की गई है। उस पर शत्रु सम्पति का भी मुकदमा चल रहा है।