उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण की तैयारी चल रही है और इसके सौंदर्य को निखारने के लिए गलियों और इमारतों को गुलाबी रंग से रंगा जा रहा है। हाल ही में कर्णघंटा स्थित एक मस्जिद को भी रंग कर गुलाबी (हल्का भगवा रंग का) कर दिया था, लेकिन विरोध के बाद उसे सफेद रंग में रंग दिया गया। अब कॉन्ग्रेस के कार्यालय को भी गुलाबी रंग से रंगने पर विवाद बढ़ गया है।
मैदागिन स्थित कॉन्ग्रेस कार्यालय को गुलाबी रंग में रंग देने पर यूपी कॉन्ग्रेस के विधि विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह एडवोकेट ने वीडीए उपाध्यक्ष को पत्र लिखकर शिकायत की है। प्रदेश उपाध्यक्ष ने पत्र में कहा है कि वीडीए ने बिना सहमति लिए कार्यालय को गुलाबी रंग में रंग दिया। यह कानून के विरुद्ध है। 36 घंटे में कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यालय को अगर पूर्व स्थिति में नहीं लाया गया तो पार्टी कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होगी। इसके अलावा, कॉन्ग्रेसियों ने रंग ना बदलने पर विरोध प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दे डाली।
विरोध जताने के बाद मस्जिद पर फिर से हुआ था सफेद रंग
कुछ दिन पहले मैदागिन से गोदौलिया तक पिंक कॉरिडोर की सजावट के दौरान एक मस्जिद भी गुलाबी रंग में रंग दी गई थी। सुबह अचानक मुस्लिमों ने मस्जिद को दूसरे रंग में रंगा देखा, उसके बाद इसका विरोध शुरू हो गया। अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के ज्वाइंट सेक्रेट्री सैयद मो. आसीन ने विरोध जताते हुए कहा था कि बिना पूछे मस्जिद का रंग बदलना ठीक नहीं है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के नजदीक पड़ने वाले कर्णघंटा स्थित मस्जिद को गुलाबी रंग में रंगने पर मुस्लिम समुदाय ने वाराणसी विकास प्राधिकरण के फैसले पर आपत्ति जताई थी। उधर विरोध बढ़ता देख प्राधिकरण की ओर से फिर से मस्जिद को सफेद रंग से रंगवाया गया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 और 13 दिसंबर को वाराणसी दौरे पर रहेंगे और इस दौरान काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान सौंदर्य को बढ़ाने के लिए इमारतों के रंगों में एकरूपता लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसके पहले वाराणसी के गोदौलिया, दशाश्वमेध घाट रोड सहित मंदिर के आसपास के मार्गों, घरों और कई जगहों को गुलाबी रंग में रंगकर बेहद सुन्दर बनाया गया है, जिसे सांस्कृतिक-आध्यात्मिक नगर वाराणसी में काफी सराहा जा रहा है।