महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Maharashtra CM Uddhav Thackeray) के निजी आवास के सामने हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करने की घोषणा के बाद निर्दलीय सांसद नवनीत राणा (MP Navneet Rana) और उनके विधायक पति रवि राणा (MLA Ravi Rana) के आवास के बाहर शिवसेना का कार्यकर्ताओं का उपद्रव शुरू हो गया है। उद्दंड कार्यकर्ताओं ने उनके घर के सामने लगे बैरिकेड को तोड़ दिया और कहा कि वे अमरावती से कचरा साफ करने आए हैं। बता दें कि नवनीत राणा अमरावती (Amaravati) से ही सांसद हैं और उनके पति इसी जिले के बडनेरा से विधायक हैं।
Maharashtra | Police aren’t allowing us to step outside our house. Shiv Sena workers trying to attack our residence…We’ve always considered ‘Matoshree’ as a temple…Uddhav Thackeray only seeking political gains: MLA Ravi Rana in his social media post pic.twitter.com/jh3C4fJgvW
— ANI (@ANI) April 23, 2022
इस पर विधायक रवि राणा का कहना है, “महाराष्ट्र पुलिस हमें घर से बाहर कदम रखने नहीं दे रही है। हमारे आवास पर शिवसेना कार्यकर्ता हमला करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे केवल राजनीतिक लाभ चाहते हैं।” वहीं, नवनीत राणा ने कहा कि उनके घर पर हमला हो रहा है। शिवसैनिक गुंडागर्दी कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन उपद्रवियों को पुलिस रोकने का प्रयास नहीं कर रही है। कुछ हुआ तो इसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री होंगे।
उधर कार्यकर्ताओं को उकसाते हुए शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि मातोश्री में प्रवेश करने की हिम्मत किसी में नहीं है। यदि किसी ने मातोश्री में घुसपैठ करने की कोशिश की तो शिव सैनिक चुप नहीं रहेंगे और वे आक्रामक हो जाएँगे। इससे पहले उद्धव ठाकरे भी शुक्रवार (22 अप्रैल 2022) को अपने कार्यकर्ताओं से इशारों में कह चुके हैं कि मातोश्री में घुसने की जुर्रत कोई नहीं करेगा।
बता दें कि जनप्रतिनिधि पति-पत्नी ने शनिवार (23 अप्रैल 2022) को मातोश्री के सामने 500 लोगों के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों को नोटिस दिया है और उनके घर के बाहर डेरा दिया है। वहीं, शिवसेना के कार्यकर्ता भी पहुँचकर हंगामा मचा रहे हैं। इस विवाद के बाद खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने नवनीत राणा को Y कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की है।
कौन हैं नवनीत राणा?
नवनीत राणा का असली नाम नवनीत कौर है और रवि राणा के साथ शादी के बाद उन्होंने अपना नाम नवनीत रवि राणा कर लिया है। पिछले एक दशक में रवि राणा और नवनीत कौर राणा महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे शक्तिशाली जोड़ों में से एक के रूप में उभरे हैं। विदर्भ के दोनों निर्दलीय चुनाव जीते हैं। रवि राणा बडनेरा से तीन बार निर्दलीय विधायक चुने गए हैं, जबकि नवनीत राणा अमरावती सीट से सांसद हैं।
नवनीत कौर राणा का जन्म 3 जनवरी 1986 को मुंबई के एक पंजाबी परिवार में हुआ है। उनके पिता सेना के अधिकारी रहे हैं। पढ़ाई के दौरान ही उन्हें मॉडलिंग का ऑफर मिला और वे 12वीं के आगे नहीं पढ़ पाईं। मॉडलिंग से होते हुए वह फिल्मों की दुनिया में चली गईं। नवनीत कौर राणा तेलुगू फिल्मों के अलावा कन्नड़, मलयालम और पंजाबी फिल्मों में भी काम कर चुकी हैं। नवनीत कौर को पाँच भाषाओं पर गहरी पकड़ है। वह मराठी, पंजाबी, तेलुगू, हिंदी और इंग्लिश बोल सकती हैं।
कहा जाता है कि विधायक रवि राणा और नवनीत कौर की मुलाकात बाबा रामदेव के आश्रम में हुई थी। इसके बाद दोनों ने साल 2011 में एक सामूहिक विवाह समारोह में शादी कर ली था। इस दौरान 3,720 जोड़ों ने सामूहिक विवाह में हिस्सा लिया था। इस समारोह में 2443 हिन्दू, 739 बौद्ध, 150 मुस्लिम, 15 क्रिश्चियन और 13 दृष्टिहीन जोड़ों ने शादी की थी। इसके साथ ही यह समारोह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल गया है। इस शादी में तत्कालीन मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और बाबा रामदेव भी मौजूद थे।
शादी के बाद रवि राणा के कहने पर नवनीत राणा ने राजनीति में कदम रखा। उन्होंने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (NCP) के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन शिवसेना के उम्मीदवार से वह हार गईं। इसके बाद वह साल 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ीं और शिवसेना के दिग्गज नेता आनंदराव अडुसल को 36 हजार से अधिक वोटों से हराकर अमरावती से सांसद चुनी गईं। इन्हें भाजपा समर्थक माना जाता है।
चेहरे पर तेजाब फेंकने की धमकी
नवनीत राणा ने बीते दिन लोकसभा में महाराष्ट्र के सनसनीखेज 100 करोड़ रुपये के वसूली कांड का मसला उठाया था और मनसुख हिरेन हत्या को लेकर उद्धव ठाकरे सरकार पर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने संसद में कहा था कि जिस पुलिस अधिकारी को 16 साल तक निलंबित रखा गया, उसे महाराष्ट्र में महा विकास अघाडी सरकार आते ही बहाल क्यों कर दिया गया?
नवनीत राणा ने आरोप लगाया था कि उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को धमकाने की साजिश रचने वाले पुलिस ऑफिसर सचिन वाझे का मुद्दा लोकसभा में उठाने के कारण शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने उन्हें संसद परिसर में धमकी दी थी। बकौल नवनीत राणा, सावंत ने उनसे कहा था, “तू महाराष्ट्र में कैसे घूमती है, मैं देखता हूँ। तेरे को भी जेल में डालेंगे।”
नवनीत राणा ने आरोप लगाया कि इससे पूर्व भी शिवसेना के लेटर हेड और फोन कॉल के माध्यम से उनके चेहरे पर तेजाब फेंकने की धमकी दी जा चुकी है। उन्होंने सावंत के बयान को न सिर्फ अपना, बल्कि पूरे देश की महिलाओं का अपमान करार दिया। इस मामले में नवनीत राणा ने शिवसेना सांसद संजय राउत और पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल पर शक जताया था।