पूर्वोत्तर भारत के राज्य त्रिपुरा में 2023 में होने वाले चुनावों से पहले भाजपा ने बड़ा फेरबदल करते हुए सीएम रहे बिप्लब देब से इस्तीफा ले लिया। इसके साथ ही पार्टी ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य में पार्टी के अध्यक्ष डॉ माणिक साहा को चुना। विधायक दल की बैठक में उनके नाम का चयन किया गया।
हालाँकि, इस दौरान कई विधायकों को माणिक साहा के नाम को आगे किया जाना तनिक भी पसंद नहीं आया और उन्होंने इस पर हंगामा भी किया। वर्तमान में राज्यसभा सदस्य और त्रिपुरा के अध्यक्ष माणिक साहा रविवार को अपने पद की शपथ लेंगे। इस बीच खबर ये है कि बिप्लब देब को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इससे पहले डिप्टी सीएम जिष्णु देव शर्मा का नाम भी सीएम के तौर पर सामने आया था। हालाँकि, अंतत: साहा के नाम को ही चुना गया।
Congratulations and best wishes to @DrManikSaha2 ji on being elected as the legislature party leader.
— Biplab Kumar Deb (@BjpBiplab) May 14, 2022
I believe under PM Shri @narendramodi Ji’s vision and leadership Tripura will prosper. pic.twitter.com/s0VF1FznWW
कौन हैं माणिक साहा
गौरतलब है कि 69 साल के माणिक साहा पेशे से एक डेंटल सर्जन हैं औऱ पहले वो कॉन्ग्रेस में थे औऱ बाद 2016 में कॉन्ग्रेस का हाथ छोड़ कर भाजपा का कमल पकड़ लिया था। साल 2020 में पार्टी ने उनपर भरोसा जताते हुए उन्हें त्रिपुरा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था। इसके अलावा वो त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते भी थे। वो त्रिपुरा में अगरतला मेडिकल कॉलेज और बीआर अंबेडकर मेमोरियल टीचिंग हॉस्पिटल के एचओडी और प्रोफेसर भी रहे। इसके अलावा वो त्रिपुरा क्रिकेट एसोसिएशन के भी अध्यक्ष हैं।
साफ सुथरी छवि के नेता हैं साहा
इसके अलावा माणिक साहा की जनता के बीच एक साफ-सुथरी छवि है। कॉन्ग्रेस से अलग होने के बावजूद उन्हें पार्टी के रैंकों में व्यापक तौर पर स्वीकृति मिली है। वह अपने बूथ प्रबंधन कौशल के लिए जाने जाते हैं। बहरहाल नए सीएम के तौर चुने जाने के बाद पूर्व सीएम बिप्लब देब ने उन्हें बधाई भी दी।