लखीमपुर खीरी हिंसा के वक्त बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा की लिंचिंग में शामिल कथित किसान नेता तेजिंदर सिंह विर्क ने समाजवादी पार्टी को आधिकारिक रूप से ज्वाइन कर लिया है। विर्क के पार्टी से जुड़ने के दौरान अखिलेश यादव ने हाथ में गेहूँ चावल लेकर प्रण लिया कि वो भारतीय जनता पार्टी को हरा कर रहेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने दावा किया कि तेजिंदर की हत्या की साजिश रची गई थी, लेकिन समय पर इलाज मिलने से वह बच पाए।
लखीमपुर में भाजपा कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा और हरिओम मिश्रा की लिंचिंग करने का आरोपी तेजेन्द्र सिंह विर्क समाजवादी पार्टी में शामिल। pic.twitter.com/4ntdS56t03
— Prashant Umrao (@ippatel) January 17, 2022
बता दें कि भले ही तेजिंदर के सपा से जुड़ने की खबर आज आई हो। मगर जब लखीमपुर खीरी हिंसा में शुभम मिश्रा मारे गए थे उस समय भी दावा किया गया था कि इनकी करीबियाँ सपा से हैं। भाजपा नेता अमित मालवीय ने दावा किया था, “लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका लिंक समाजवादी पार्टी से है और जिसको अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे। आंदोलन के नाम पर सपा और कॉन्ग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है।”
लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका लिंक समाजवादी पार्टी से है और जिसको अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे।
— Amit Malviya (@amitmalviya) October 4, 2021
आंदोलन के नाम पर सपा और कांग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है। pic.twitter.com/h8A8TY31Hl
अब उन्हीं पुराने अनुमानों को सच साबित करते हुए तेजिंदर ने सपा को ज्वाइन कर लिया है। ऐसे में सोशल मीडिया पर शुभम मिश्रा के परिवार द्वारा दायर की गई शिकायत ट्विटर पर फिर शेयर हो रही है। याद दिलाया जा रहा है कि कैसे तेजिंदर के ख़िलाफ शुभम के परिजनों ने शिकायत की थी और बताया था कि अमनदीप सिंधु, महेंद्र सिंह के साथ तेजेंद्र सिंह विर्क समेत अज्ञात लोगों ने उनके बेटे व हरिओम मिश्रा को तलवार और लाठियों से पीटा था। घटना के बाद और शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम आने के बाद उसकी अखिलेश यादव के साथ तमाम तस्वीरें वायरल हुई थीं। उन दिनों से ही विर्क ने लाल पगड़ी पहननी शुरू कर दी थी। अपने सोशल मीडिया पर भी उसने अखिलेश यादव की सभाओं की तस्वीर साझा करते हुए ‘जय समाजवाद’ लिखा था।