Wednesday, May 14, 2025
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शुभम मिश्रा की हत्या के बाद पर्स, सोने की चेन भी ले गए ‘किसान’: पिता की शिकायत से खुलासा, डेढ़ साल पहले हुई थी शादी

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की मानें तो उनके शरीर पर दर्जन भर जख्म के निशान हैं। मेडिकल रिपोर्ट में भी पुष्टि हुई है कि डंडों से मारे जाने और घसीटे जाने के कारण उनकी मृत्यु हुई।

लखीमपुर खीरी में ‘किसान प्रदर्शनकारियों’ ने जो हिंसा की, उसमें मारे गए लोगों में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के ड्राइवर हरिओम मिश्रा, भाजपा कार्यकर्ता श्याम सुंदर निषाद और ‘ABP News’ के पत्रकार रमन कश्यप के अलावा एक नाम शुभम मिश्रा का भी है। शुभम मिश्रा युवा थे। डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी। वो भाजपा से जुड़े हुए थे। उनका एक छोटा सा बच्चा भी है। परिवार की स्थिति बदहाल है।

शुभम के पिता विजय मिश्रा ने पुलिस में जो तहरीर दी है, उसमें उन्होंने बताया है कि न सिर्फ उनके बेटे को मार डाला गया, बल्कि उनका पर्स और सोने की चेन भी गायब है। आशंका जताई जा रही है कि उनकी हत्या के बाद हत्यारे सोने की चेन और पर्स लेकर भी निकल गए। पिता ने तजिंदर सिंह विर्क नाम के एक नेता का नाम लिया है, जो समाजवादी पार्टी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उसकी तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।

भाजपा नेता व दिल्ली के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने शुभम मिश्रा के परिवार की मदद के बीड़ा उठाया है। उन्होंने लिखा, “फ़र्ज़ी किसान बने आतंकियों ने जिस युवा भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा की पीट-पीट कर हत्या कर दी, उनका एक छोटा से बच्चा हैं। अभी डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी। शुभम के हत्यारे को और लखीमपुर खीरी को जलाने की साजिश करने वालों को माफ नहीं किया जा सकता है।”

उन्होंने बताया कि उनकी परिवार से बात भी हो गई है। उन्होंने इस घटना को दुःखद और असहनीय बताते हुए कहा कि हम सब इस दुःख में परिवार के साथ हैं और हत्यारों को पकड़ा जाना और न्याय मिलना बेहद ज़रूरी है। शहर के गढ़ी रोड निवासी शुभम मिश्रा का शव तिकुनिया से लखीमपुर लाया गया, जहाँ उनका अंतिम संस्कार हुआ। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की मानें तो उनके शरीर पर दर्जन भर जख्म के निशान हैं।

मेडिकल रिपोर्ट में भी पुष्टि हुई है कि डंडों से मारे जाने और घसीटे जाने के कारण उनकी मृत्यु हुई। तिकुनिया के बनवीरपुर वो कुश्ती प्रतियोगिता में शामिल होने गए थे, जिसका उद्घाटन उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को करना था। पिता विजय मिश्रा ने बताया है कि शुभम उसी गाड़ी में बैठे हुए थे, जिसको हरिओम मिश्रा ड्राइव कर रहे थे। ये लोग मुख्य अतिथि का स्वागत करने के लिए जा रहे थे।

भाजपा के आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय ने इस घटना पर बयान दिया है। उन्होंने शुभम के पिता विजय मिश्रा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत की प्रति शेयर करते हुए लिखा, “लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका लिंक समाजवादी पार्टी से है और जिसको अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे। आंदोलन के नाम पर सपा और कॉन्ग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है।”

पिता की शिकायत के अनुसार, कि अमनदीप सिंह सिंधु, महेंद्र सिंह और तजिंदर सिंह विर्क शुभम मिश्रा को तलवार व लाठियों से मार रहे थे। साथ ही पत्थरबाजी भी की जा रही थी। उन्होंने रिपोर्ट लिख कर कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया है। अखिलेश यादव के साथ तजिंदर सिंह विर्क की कई तस्वीरें भी वायरल हुई हैं। बताया जा रहा है कि आजकल वो लाल की जगह हरी पगड़ी पहनता है। उसने अपने ट्विटर हैंडल पर अखिलेश यादव की सभाओं की तस्वीरें शेयर करते हुए ‘जय समाजवाद’ भी लिखा है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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