लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को रोकने के लिए इंडी अलायंस बना, लेकिन वो विखर गया। महाराष्ट्र में एक महाविकास विकास आघाडी गठबंधन बना, वो भी खंड-खंड होता दिख रहा है। अलग-अलग पार्टियाँ अपने उम्मीदवार मैदान में उतार रहे हैं, तो एक-दूसरे को उनकी ‘औकात’ भी याद दिला रहे हैं। उद्धव ठाकरे की शिवसेना-यूबीटी ने अब तक 17 उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, तो कॉन्ग्रेस नेता ने यूबीटी उम्मीदवार को खिचड़ीचोर कह दिया है। वहीं, अब तक MVA के साथ गठबंधन के लिए भागे-भागे फिर रहे प्रकाश आंबेडकर की VBA ने भी अलग राह पकड़ कर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया, साथ ही MVA को वंशवादी बताते हुए अपने नाम का ‘इस्तेमाल’ करने का भी आरोप लगा दिया।
शिवसेना और कॉन्ग्रेस में खिंची तलवार, संजय निरूपम ने कहा ‘खिचड़ी चोर’
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) ने बुधवार (27 मार्च 2024) को 16 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिया। पार्टी ने बुलढाणा से नरेंद्र खेडेकर, यवतमाळ-वाशिम से संजय देशमुख, मावळ से संजोग वाघेरे पाटील, सांगली से चंद्रहार पाटील, हिंगोली से नागेश पाटील आष्टीकर, संभाजीनगर से चंद्रकांत खैरे, धारशीव से ओमराजे निंबाळकर, शिर्डी से भाऊसाहेब वाघचौरे, नाशिक से राजाभाऊ वाजे, रायगड से अनंत गीते, सिंधुदुर्ग रत्नागिरी से विनायक राऊत, ठाणे से राजन विचारे, मुंबई ईशान्य से संजय दिना पाटील, मुंबई दक्षिण से अरविंद सावंत, मुंबई वायव्य से अमोल कीर्तिकर और परभणी सीट से संजय जाधव को टिकट दिया है। एक उम्मीदवार की घोषणा पहले ही कर दी गई थी।
शिवसेना के उद्धव ठाकरे ग्रुप की तरफ से घोषित सीटों में कई सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार उतारना चाहती थी, लेकिन इन पर उद्धव की शिवसेना ने अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। इन सीटों में सांगली और मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट है। उद्धव ठाकरे ग्रुप ने मुंबई दक्षिण मध्य लोकसभा सीट से अनिल देसाई के नाम की घोषणा की है। कांग्रेस इस सीट से वर्षा गायकवाड़ को उतारना चाहती थी।
संजय निरुपम ने शिवसेना नेता को कहा खिचड़ी चोर, खुद मुकाबले में उतरने के दिए संकेत
शिवेसना (यूबीटी) द्वारा अपने उम्मीदवारों का ऐलान किए जाने के बाद अब कॉन्ग्रेस नेता संजय निरुपम ने उद्धव गुट पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि वो ‘खिचड़ी चोर’ उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। संजय निरुपम ने कहा, “आज सुबह शिवसेना (यूबीटी) ने मुम्बई की 4 सीटों पर घोषित कर दिए हैं और 5वीं सीट पर कल तक घोषित कर देगी। 1 सीट कॉन्ग्रेस को खैरात की तरह दे दी। मैं इसका विरोध करता हूँ। मैं शिवसेना और कॉन्ग्रेस की तरफ से जो बातचीत थी उसमें शामिल था। नार्थ वेस्ट का जो सेना का उम्मीदवार है उस पर भ्रष्टाचार का आरोप है। कोविड के समय खिचड़ी घोटाला किया ऐसे खिचड़ी चोर को उद्धव ठाकरे ने उमीदवार बनाया है। मैं ऐलान करता हूँ ऐसे खिचड़ी चोर का मैं प्रचार नहीं करूँगा।’
संजय निरुपम ने कहा कि कॉन्ग्रेस पार्टी की तरफ से भी उन्हें अंधेरे में रखा जा रहा है। वहीं, इसके पलटवार में शिवसेना (यूबीटी) की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी नेता अरविंद सावंत ने कहा, ‘कौन है संजय निरुपम? मुझे नहीं मालूम .. उद्धव ठाकरे ने एक बार सीट घोषित कर दी तो फिर बात खत्म हो गई।’
हालाँकि ये बात संजय निरुपम को पसंद नहीं आई। उन्होंने उन्हें खुद के बारे में तो याद दिलाया ही, साथ ही एक्स पर फ्रेंडली फाइट की तरफ भी इशारा करया। उन्होंने एक्स पर लिखा, “पहला विकल्प फ्रेंडली फाइट का है। लीडरशिप को इस पर तुरंत फैसला करना चाहिए। मैं तैयार हूँ।” उनका कहना है कि अगर पार्टी फैसला करती है, तो वो चुनाव मैदान में उतरने के लिए तैयार हैं।
First option is friendly fight.
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) March 27, 2024
Leadership must take a call on this.
I am ready.#NorthWestMumbaiLoksabha
प्रकाश आंबेडकर ने एमवीए पर बोला हमला, लगाया ये आरोप
वंचित बहुजन आघाड़ी (वीबीए) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया। आंबेडकर ने आरोप लगाया कि एमवीए के घटक दल-कांग्रेस, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वंशवादी राजनीति के प्रचार के लिए उनकी पार्टी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। डॉ बीआर आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर ने पहले चरण के चुनाव के लिए अपनी पार्टी के आठ प्रत्याशियों के नाम घोषित किए, जिनमें उन्होंने अकोला से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की। आंबेडकर ने कहा, ‘वे (एमवीए) वंशवादी राजनीति के प्रचार के लिए वीबीए का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं जिसका हमने विरोध करने की कोशिश की है।’
इस सबके बीच शरद पवार ने पार्टी की बैठक बुलाई है। उनकी तरफ से ये संकेत दिया गया कि शरद पवार की एनसीपी बैठक के बाद अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेगी। प्रकाश आंबेडकर, शिवसेना यूबीटी और कॉन्ग्रेस की ओर से लगातार अलग-अलग बयानों, पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा के बीच अब शरद पवार क्या कदम उठाते हैं, इस पर सभी की नजरें रहेंगी।