देश में लोकसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया जारी है। सात चरणों में होने वाले मतदान में दो चरण के मतदान खत्म हो चुके हैं। इन दो चरणों में राजस्थान की कुल 25 लोकसभा सीटों पर मतदान खत्म हो चुका है। यहाँ पहले चरण में 19 अप्रैल को हुए मतदान में 12 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए गए थे, जबकि 26 अप्रैल को हुए दूसरे चरण के मतदान में 13 सीटों पर वोट डाले गए थे।
अगर इस लोकसभा चुनाव में मतदान की बात करें तो पिछले लोकसभा चुनाव में इस बार उत्साह देखने को कम मिला। इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि जहाँ-जहाँ कॉन्ग्रेस के सुपर स्टार प्रचारक राहुल गाँधी और उनकी बहन प्रियंका गाँधी ने चुनाव प्रचार किए, वहाँ मतदान में भारी गिरावट देखी गई है।
कॉन्ग्रेस के प्रत्याशियों के पक्ष में राहुल गाँधी और प्रियंका गाँधी ने 6 लोकसभा सीटों पर प्रचार किया था। इन सभी सीटों पर मतदान प्रतिशत में 3 से लेकर 8.50 प्रतिशत तक की गिरावट इस बार देखी गई है। पहले चरण में राहुल गाँधी ने राजस्थान की दो लोकसभा सीटों- श्रीगंगानगर लोकसभा सीट के अनूपगढ़ और जोधपुर लोकसभा सीट के फलोदी में जनसभा की थी।
श्रीगंगानगर में इस बार पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में मतदान में 8.51 प्रतिशत की गिरावट हुई है। इस सीट पर इस बार 66.25 प्रतिशत मतदान हुआ है, जबकि साल 2019 के लोकसभा चुनावों में मतदान का प्रतिशत 74.77 था। उससे पहले साल 2014 के लोकसभा चुनावों में यह प्रतिशत 73.17 था। इस तरह 2014 की तुलना में 2019 में बढ़ोतरी हुई, लेकिन 2024 में भारी गिरावट हुई।
अगर जोधपुर लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो 2024 के लोकसभा चुनाव में 63.89 प्रतिशत मतदान हुआ है। इससे पहले वाले साल 2019 के चुनाव में 68.89 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह पिछले चुनाव की तुलना में इस बार के मतदान में 5 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। वहीं, साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 62.43 प्रतिशत मतदान हुआ था।
वहीं, पहले ही चरण में प्रियंका गाँधी ने सबसे पहले अपनी माँ सोनिया गाँधी के साथ 6 अप्रैल 2024 को जयपुर में एक सभा को संबोधित किया था। जयपुर के बाद प्रियंका गाँधी ने दौसा और जालोर में जनसभा की। उन्होंने अलवर में कॉन्ग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में रोड शो किया। हालाँकि, दूसरे चरण में राहुल गाँधी या प्रियंका गाँधी ने कोई जनसभा नहीं की।
जयपुर लोकसभा में इस बार 63.48 प्रतिशत मतदान हुआ। पिछली बार यह प्रतिशत 68.48 प्रतिशत था। इस तरह पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार मतदान में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। अगर इस सीट पर साल 2014 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो उस दौरान 66.35 प्रतिशत मतदान हुआ था।
भारतीय चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, दौसा लोकसभा में भी इस बार पिछली बार की तुलना में 5.63 प्रतिशत कम मतदान हुआ। दौसा सीट पर इस बार 55.87 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहाँ 65.50 प्रतिशत मतदान हुआ था। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यहाँ 61.08 प्रतिशत मतदान हुआ था।
जालौर लोकसभा सीट पर हालाँकि अपेक्षाकृत कम गिरावट हुई है। जालौर लोकसभा सीट पर इस साल 62.56 प्रतिशत मतदान हुआ है। पिछले लोकसभा चुनाव में यहाँ 65.74 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस तरह पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में इस बार 3.18 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। साल 2014 में इस सीट पर 59.62 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इसी तरह अलवर लोकसभा सीट पर भी इस बार 6.84 प्रतिशत कम मतदान हुआ है। इस सीट पर इस बार 60.32 प्रतिशत मतदान हुआ है। साल 2019 के लोकसभा चुनावों में यह प्रतिशत 67.17 था। इसी तरह अगर 2014 के लोकसभा चुनावों की बात करें तो इस सीट पर 65.36 प्रतिशत मतदान हुआ था।
बता दें कि राजस्थान के दोनों चरणों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुल 9 दौरे कि और 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव प्रचार किया। इन 10 सीटों में से 9 सीटों पर इस बार मतदान प्रतिशत में पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में गिरावट दर्ज की गई है। वहीं, केवल एक सीट पर इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ा है। जिस सीट पर वोट प्रतिशत बढ़ा है वह बाड़मेर है। यहाँ 0.95 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।