मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया की बगावत और इस्तीफे के बाद कॉन्ग्रेस की हालत पस्त है। एक तरफ कमलनाथ ने कई नेताओं को बागी विधायकों से बातचीत के काम में लगाया है, वहीं दूसरी तरफ़ भाजपा भी अब ‘विधायक बचाओ’ की नीति पर काम कर रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। मंगलवार (मार्च 10, 2020) को होली के दिन उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात भी हुई। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की इस पूरे प्रकरण में अहम भूमिका रही है। उनका ग्वालियर-चम्बल क्षेत्र में अच्छा प्रभाव है।
आज बुधवार की सुबह भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर कॉन्ग्रेस विधायकों का जमावड़ा लगा। वहाँ से 3 बसों में भर के उन विधायकों को रिसॉर्ट ले लाने की तैयारी की जा रही है। सभी विधायकों को जयपुर ले जाया जाएगा। 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद अब राज्य में बहुमत का आँकड़ा घट कर 104 रह गया है। कॉन्ग्रेस के विधायकों की संख्या 114 से 92 हो गई है। कमलनाथ ने अपने दो मंत्रियों सज्जन सिंह वर्मा और गोविन्द सिंह को बेंगलुरु भेजा है, ताकि वो बागी विधायकों को मना कर वापस ला सकें।
उधर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिंधिया को विश्वासघाती करार दिया है। कॉन्ग्रेस पार्टी ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में सिंधिया परिवार द्वारा की गई ‘गद्दारी’ और 1967 में राजमाता विजयराजे सिंधिया द्वारा कॉन्ग्रेस विधायकों को तोड़ने वाली घटना याद करते हुए निशाना साधा। गहलोत ने कहा कि सिंधिया जैसे लोग सत्ता के बिना ज्यादा दिन तक नहीं रह सकते और इसलिए जितनी जल्दी निकल लें, सही है। वहीं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सिंधिया ने व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के कारण पार्टी छोड़ी है।
उधर मध्य प्रदेश में भाजपा के सभी विधायकों को कैलाश विजयवर्गीय और गोपाल भार्गव गुरुग्राम लेकर पहुँचे। वो सभी आईटीसी ग्रैंड भारत में रुके हुए हैं। हालाँकि, कुछ भाजपा विधायकों का कहना था कि वे होली खेलने दिल्ली आए हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 15 महीनों से सत्ता से दूर शिवराज सिंह चौहान जल्द ही चौथी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे। चिंतित कॉन्ग्रेस आलाकमान ने मुकुल वासनिक और हरीश रावत को आनन-फानन में भोपाल भेजा है।
Haryana: #MadhyaPradesh BJP MLAs are staying at ITC Grand Bharat in Gurugram. https://t.co/kmoH7nsdB2
— ANI (@ANI) March 10, 2020
मध्य प्रदेश में भाजपा के नेता नरोत्तम मिश्रा ने स्पीकर एनपी प्रजापति के आवास पर पहुँच कर उन्हें 19 कॉन्ग्रेस विधायकों का इस्तीफा सौंपा। हालाँकि, कॉन्ग्रेस अभी तक उम्मीद हारी नहीं है। पीसी शर्मा ने दावा किया कि अभी तो कमलनाथ का मास्टरस्ट्रोक बाकी है। हरियाणा में कॉन्ग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई ने अपनी ही पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी में अभी कई नेता है जो अलग-थलग महसूस कर रहे हैं।
Madhya Pradesh Congress MLA Arjun Singh: Congress & Kamal Nath’s government will remain. You will see on 16th, numbers (of MLAs) will stay the same. Him (Jyotiraditya Scindia) leaving doesn’t affect anything, days of Rajas-Maharajas are long gone. #Bhopal pic.twitter.com/Efv1tX7D4b
— ANI (@ANI) March 11, 2020
कॉन्ग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ने भी दावा किया है कि उनकी पार्टी विधानसभा में बहुमत साबित कर देगी। उन्होंने कहा कि 16 मार्च को सब कुछ साफ़ हो जाएगा, जब पता चलेगा कि नंबरगेम में कॉन्ग्रेस ही आगे है। उन्होंने दावा किया कि कमलनाथ सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा- “राजा -महाराजाओं के दिन लद चुके हैं।” उन्होंने कहा कि सिंधिया के पार्टी छोड़ने का कोई असर नहीं पड़ेगा।