मराठी फिल्म हर हर महादेव (Har Har Mahadev) को लेकर महाराष्ट्र में विवाद खड़ा हो गया है। महाराष्ट्र के पूर्व आवास मंत्री और एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाड ने सोमवार (7 नवंबर 2022) देर रात ठाणे के एक मल्टीप्लेक्स में इस फिल्म का प्रदर्शन जबरन बंद करवा दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक एनसीपी नेता अव्हाड के समर्थकों ने फिल्म देखने वाले एक शख्स की पिटाई भी की। शख्स ने स्क्रीनिंग रोके जाने का विरोध किया था। अव्हाड का आरोप है कि फिल्म में राजनीतिक प्रचार के लिए छत्रपति शिवाजी के इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया है।
उन्होंने कहा फिल्म (हर हर महादेव) के तथ्यों को पूरी तरह से विकृत कर पेश किया गया है। पात्रों को अलग तरीके से दिखाया गया है। उन्होंने कहा, “शिवाजी को जब अफजल खान छुरा घोंप रहा है, उस समय उन्हें एक बेंच पर सोते हुए दिखाया गया है। जबकि वास्तविक इतिहास अलग है। शिवाजी को हमेशा से पता था कि अफजल उन्हें छुरा घोंपेगा और वह इसके लिए तैयार थे। इसी तरह फिल्म में बाजीप्रभु देशपांडे और शिवाजी के रिश्ते को बदनाम किया गया है। लोग फिल्मों से प्रभावित होते हैं और हम उन्हें इतिहास बदलने नहीं देंगे।”
मुंब्रा से राकांपा विधायक अव्हाड ने अक्षय कुमार अभिनीत ‘वेदात मराठे वीर दौडले सात’ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अभिनेता छह फीट लंबा है, जबकि शिवाजी बहुत छोटे थे। अक्षय कुमार असली शिवाजी से मिलते-जुलते नहीं हैं। वह (अक्षय) 53 वर्ष के हैं और शिवाजी की 50 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गई थी।
राकांपा कार्यकर्ताओं के जाने के बाद, मनसे के ठाणे-पालघर जिलाध्यक्ष अविनाश जाधव मल्टीप्लेक्स गए और शो को फिर से शुरू करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि पुलिस को आरोपितों को गिरफ्तार करना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं थिएटर में बैठकर पूरी फिल्म देखने जा रहा हूँ। जो कोई भी आकर शो को रोकना चाहता है, उसका स्वागत है।”
इससे पहले रविवार (6 नवंबर 2022) को शिवाजी महाराज के वंशज और पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति ने कहा था कि वे सिनेमाई आजादी की आड़ में शिवाजी महाराज के इतिहास को लेकर किसी भी तरह का गलत चित्रण बर्दाश्त नहीं करेंगे। संभाजीराजे छत्रपति ने फिल्म ‘हर हर महादेव’ के साथ अपकमिंग मराठी मूवी ‘वेदत मराठे वीर दौदाले सात’ का भी विरोध किया है।
शिवाजी के सेनापति की वीरता की कहानी
‘हर हर महादेव’ शिवाजी महाराज के सेनापति बाजीप्रभु देशपांडे की कहानी है। उन्होंने 300 सैनिकों की सेना के साथ 12 हजार बीजापुरी सैनिकों से सैनिकों से युद्ध लड़ा था। ‘हर हर महादेव’ को क्रिटिक्स और दर्शकों से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है।