Saturday, November 9, 2024
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ममता बनर्जी की हैट्रिक पूरी: कोरोना पर PM संग बैठक से इस बार भी रहीं नदारद, कहा- मुझे बुलाया ही नहीं

प्रश्न यह उठता है कि यदि पश्चिम बंगाल को नहीं बुलाया गया था तो राज्य के मुख्य सचिव बैठक में कैसे शामिल हुए। यह सही है कि बैठक में उन 10 राज्यों को बुलाया गया था, जहाँ संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है अथवा स्थिति गंभीर है। पश्चिम बंगाल भी उनमें से एक था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (23 अप्रैल 2021) को कोरोना के गहराते संकट के मद्देनजर पैदा हुई परिस्थितियों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस बैठक से भी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नदारद रहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस के संक्रमण की स्थिति और ऑक्सीजन की सप्लाई से जुड़े मुद्दों पर मुख्यमंत्रियों के साथ यह बैठक की थी।

रिपोर्ट्स के अनुसार पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय इस बैठक में शामिल हुए। तीन महीने में ऐसा तीसरी बार हुआ है जब ममता बनर्जी ने Covid-19 की बैठक में शामिल नहीं हुईं।

हालाँकि ममता बनर्जी का दावा है कि उन्हें बैठक के लिए बुलाया ही नहीं गया था। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया जाता तो वह निश्चित तौर पर शामिल होतीं। बंगाल की मुख्यमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार बंगाल की ऑक्सीजन को उत्तर प्रदेश को भेज रही है। ममता बनर्जी के इस बयान पर लोगों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।

दुर्गापुर में चुनाव प्रचार के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा, “पीएम मोदी ने किसी भी बैठक में हमसे ऑक्सीजन के बारे में चर्चा नहीं की। मैंने सुना है कि आज भी एक बैठक हुई है, लेकिन हमें बैठक के लिए नहीं बुलाया गया। यदि बैठक के लिए बुलाया जाता तो मैं जरूर जाती। लेकिन मैंने यह भी सुना है कि अधिक संक्रमण वाले सिर्फ 10 राज्यों को बुलाया गया था।”

प्रश्न यह उठता है कि यदि बैठक में पश्चिम बंगाल को नहीं बुलाया गया था तो राज्य के मुख्य सचिव बैठक में कैसे शामिल हुए। यह सही है कि पीएम मोदी की बैठक में उन 10 राज्यों को बुलाया गया था, जहाँ संक्रमण की रफ्तार काफी तेज है अथवा स्थिति गंभीर है। पश्चिम बंगाल भी उनमें से एक था। बैठक में दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक, केरल, मध्यप्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री शामिल हुए।

केन्द्रीय सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि 2 लाख केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान बाहर से बंगाल में लाए गए और उनके साथ 1 लाख भाजपा के कार्यकर्ता भी दूसरे राज्यों से बंगाल में आए। यही राज्य में Covid-19 का कारण बने हुए हैं।

भाजपा के अमित मालवीय ने कहा, “बंगाल में Covid-19 की परिस्थितियों से निपटने में ममता बनर्जी की असफलता के विषय में सभी जानते हैं। वह फिलहाल एक भी बैठक में शामिल नहीं हुई हैं।“ उन्होंने यह भी कहा कि ममता बनर्जी बंगाल में असफल हैं और आज की बैठक भी ज्यादा संक्रमित राज्यों के लिए ही थी।

पिछले तीन महीनों में ममता बनर्जी एक बार भी पीएम मोदी और मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल नहीं हुई हैं। इस महीने हुई बैठक में भी वह चुनाव प्रचार के चलते अनुपस्थित रहीं। आज भी वह Covid-19 की एक उच्च स्तरीय बैठक में शामिल नहीं हुईं।

ममता बनर्जी ने पिछली बैठकों से गायब रहने के पीछे चुनाव प्रचार को कारण बताया था जिससे उनकी जगह पर राज्य के मुख्य सचिव अलपन बंदोपाध्याय बैठक में शामिल हुए। ऐसे में लोग ममता के बैठक में नहीं बुलाए जाने के दावे की सच्चाई बखूबी जान रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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