Friday, December 6, 2024
Homeराजनीतिमोदी जी सॉरी, शपथ ग्रहण में नहीं आऊँगी: 54 राजनीतिक हत्याएँ बनी ममता बनर्जी...

मोदी जी सॉरी, शपथ ग्रहण में नहीं आऊँगी: 54 राजनीतिक हत्याएँ बनी ममता बनर्जी के U-टर्न का कारण

"बधाई, नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, आपके संवैधानिक आमंत्रण को मैंने स्वीकार कर लिया था और आपके शपथ ग्रहण समारोह में मैं आने को तैयार थी। लेकिन..."

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की प्रमुख ममता बनर्जी ने ट्वीट कर बताया है कि वह नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर यह आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने मुझे मजबूर किया है कि मैं उनके शपथ ग्रहण समारोह में ना शामिल होऊँ।

बता दें कि ममता बनर्जी इस बात से नाराज हैं कि पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पश्चिम बंगाल में चुनाव के दौरान मौत के घाट उतार दिए जाने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी शपथ ग्रहण का भी राजनीतिक लाभ उठा रही है।

ममता बनर्जी ने बकायदा एक चिट्ठी जारी कर लिखा है कि भाजपा ने इस कार्यक्रम में मृत बीजेपी कार्यकर्ताओं के परिवार वालों को बुलाया है और इसे राजनीतिक हत्या करार दिया है। ममता का कहना है कि ये राजनीतिक हत्या नहीं है, बल्कि आपसी रंजिशों के मामले हैं।

ममता बनर्जी ने चिट्ठी में लिखा है, “बधाई, नए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, आपके संवैधानिक आमंत्रण को मैंने स्वीकार कर लिया था और आपके शपथ ग्रहण समारोह में मैं आने को तैयार थी। लेकिन पिछले कुछ समय में मैंने रिपोर्ट्स देखी हैं कि भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि उन्होंने भाजपा के उन 54 कार्यकर्ताओं के परिवार को भी न्योता दिया है जिनकी बंगाल में राजनीतिक हत्या कर दी गई है।”

बता दें कि इससे पहले खबरें आई थीं कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 30 मई को प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी के शपथ-ग्रहण समारोह का हिस्सा होंगी। राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में ममता ने कहा था कि शपथ-ग्रहण समारोह के लिए मंगलवार को न्योता आया है और वह संवैधानिक शिष्टाचार के नाते इसमें शिरकत करेंगी। लेकिन एक दिन बीतते ही मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया और ममता ने राजनीतिक नफा-नुकसान का हिसाब लगाते हुए, शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया।

वहीं, बंगाल बीजेपी के कैलाश विजय वर्गीय का कहना है कि यह पार्टी का निर्णय है कि किसे शपथ ग्रहण में बुलाए, किसे नहीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

4 kg सोना लेकर रमजान में हत्या: काला जादू करने वाली ‘जिन्न’ शमीमा के चक्कर में मरा NRI गफूर, ‘सोना डबल करो’ स्कीम में...

केरल के कासरगोड में खुद को जिन्न बताने वाली शमीमा ने 4 किलो सोने के लिए एक NRI व्यापारी की हत्या कर दी। उसके लगभग 2 साल बाद पकड़ा गया है।

‘उस स्कूल के नाम में इंदिरा, मैं नहीं जाऊँगा’: महाराष्ट्र के नए सीएम ने 1975 में ही चालू किया था ‘विद्रोह’, जानें देवेन्द्र फडणवीस...

देवेन्द्र फडणवीस ने अपने पिता की गिरफ्तारी से क्रुद्ध होकर 'इंदिरा' कॉन्वेंट स्कूल में जाने से मना किया था। उनके पिता जनसंघ के नेता थे।
- विज्ञापन -