Thursday, November 14, 2024
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हनुमान चालीसा की जो बात करें, उन्हें मत सुनो: मेघालय गवर्नर का लाउडस्पीकर विवाद पर बयान, बोले- देश विनाश की ओर जा रहा

लाउडस्पीकर विवाद को लेकर सत्यपाल मलिक ने कहा, "मैं हिंदू और मुस्लिम दोनों से अपील करता हूँ कि जो लोग हनुमान चालीसा के नाम पर आपको लड़ा रहे हैं। उनकी बातें मत सुनो। लड़ाई छोड़कर इकट्ठा रहो और अपनी रोजी-रोजगार के लिए लड़ना सीखो।"

अपने विवादित बयानों के कारण अक्सर चर्चा में रहने वाले मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक (Meghalaya Governor Satyapal Malik) ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “किसानों का आंदोलन खत्म कराने के लिए उनसे जो वादे किए गए थे, वो अब तक पूरे नहीं हुए हैं। किसानों को एमएसपी कानून देने की माँग को तुरंत मान लेना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अगर किसानों की बात नहीं सुनी गई तो मुझे डर है कि इन्हें कहीं दोबारा मैदान में न उतरना पड़े।”

दरअसल, मलिक रविवार (8 मई 2022) को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फर नगर पहुँचे थे। यहाँ उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा, “जिन सवालों का कोई मतलब नहीं है केवल उन पर बहस हो रही है। देश विनाश की ओर जा रहा है। आज सवाल महँगाई और बेरोजगारी पर होने चाहिए, लेकिन लोगों को यह ध्यान ही नहीं रहा। पेट्रोल और डीजल का हाल कोई नहीं पूछ रहा। टैक्स के बारे में कोई बात नहीं कर रहा।”

लाउडस्पीकर विवाद को लेकर उन्होंने कहा, “मैं हिंदू और मुस्लिम दोनों से अपील करता हूँ कि जो लोग हनुमान चालीसा के नाम पर आपको लड़ा रहे हैं। उनकी बातें मत सुनो। लड़ाई छोड़कर इकट्ठा रहो और अपनी रोजी-रोजगार के लिए लड़ना सीखो।”

अपने कार्यक्रम के बाद पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक के आवास पर पहुँचे सत्यपाल मलिक ने बुलडोजर की कार्रवाई पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “मेघालय में बुलडोजर नहीं चलता। यह यूपी सरकार को सूट करता है इसीलिए चलाया जाता है।” उन्होंने उम्मीद जताई कि कोर्ट इस मामले पर संज्ञान जरूर लेगा।

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से राज्यपाल के तौर पर हटाकर गोवा और फिर मेघालय भेजे जाने के बाद से सत्यपाल मलिक अक्सर केंद्र सरकार की आलोचना करते नजर आते हैं। सत्यपाल मलिक ने 6 मार्च 2022 को जींद जिले के कंडेला गाँव की खाप और माजरा खाप की ओर से आयोजित कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए लाल किले में तिरंगे का अपमान करने वाले कथित किसानों का बचाव किया था।

उन्होंने किसानों को भड़काते हुए कहा था, “अगर आप इकट्ठा नहीं रहोगे, अपने सवालों को नहीं समझोगे तो यही होगा। लड़ने की आदत डालो। दो साल बाद चुनाव है। इकट्ठा होकर वोट करोगे तो ये सब दिल्ली से भाग जाएँगे। किसानों का राज होगा। किसी से कुछ माँगने की जरूरत नहीं होगी। यूपी के चुनाव का नतीजा भले नहीं आया पर मैं पश्चिमी यूपी घूमा हूँ और वहाँ का बता रहा हूँ। किसी गाँव में कोई मंत्री घुस नहीं पाया। स्मृति ईरानी को तो कई किलोमीटर दौड़ाया। मैं ये कहना चाहता हूँ कि राज बदलो, अपना राज बनाओ। लोग तुमसे भीख माँगेंगे, तुम्हें भीख माँगने की जरूरत नहीं होगी।” मलिक ने किसानों को कहा था कि लाल किले में अपना झंडा फहराओ।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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