उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में राम मंदिर के बलिदानियों की याद में स्मारक बनवाने की घोषणा की है। दूरदर्शन के कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा, “कोठारी बंधु (राम कोठारी और शरद कोठारी) की 1990 में उस समय की समाजवादी पार्टी की सरकार द्वारा गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। अयोध्या में रामभक्त राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए बलिदान हुए थे। ये सभी दिव्य आत्माएँ जहाँ भी होंगी, भव्य राम मंदिर का निर्माण देख रही होंगी और इससे उन्हें शांति मिल रही होगी।”
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन दिव्य आत्माओं को इसकी तसल्ली होती होगी कि भगवान राम उनके संकल्प को पूरा कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि राम जन्मभूमि के लिए बलिदान हुए रामभक्तों की याद में एक स्मारक भी बनवाया जाएगा, जहाँ उनके नाम अंकित किए जाएँगे। कार्यक्रम में सीएम योगी ने सपा द्वारा मुफ्त चीजें किए जाने की घोषणाओं पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास एजेंडा नहीं है, वो ‘घोषणावीर’ हैं, जिनके पास कहने-करने के लिए कुछ नहीं।
1990 में कोठारी बंधुओं की हत्या उस समय की समाजवादी पार्टी की सरकार ने गोली मारकर की थी… pic.twitter.com/BVTZodJ8Nk
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 8, 2022
सीएम योगी ने कहा कि आज वो फ्री-फ्री की बात कर रहे हैं, लेकिन जहाँ आवश्यकता थी – वहाँ हमने भी फ्री किया है। लेकिन, साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जनता पर बोझ बढ़ाने की बजाए हमने आमदनी बढ़ाई, संसाधन बढ़ाए और सरप्लस आए रुपयों को विकास कार्यों में लगाया गया, किसानों की कर्जमाफी की गई, छात्रों को टेबलेट्स-स्मार्टफोन्स दिए गए और 15 करोड़ गरीबों को मुफ्त अन्न योजना से जोड़ा गया। सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की पहचान अंधेरा है। इन्हें अंधेरा अच्छा लगता है।
विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है। ये सब ‘घोषणा वीर’ हैं… pic.twitter.com/hauOFbXuJf
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 8, 2022
अन्य नेताओं द्वारा भी राम और कृष्ण का नाम चुनाव के समय लिए जाने पर उन्होंने कहा कि राम का नाम तो हनुमान भी लेते थे और कालनेमि भी लेता था। उन्होंने कहा कि जनता रामभक्तों और छद्म लोगों के फर्क को पहचानती है। उन्होंने कहा कि जनता ने जब 4 बार सत्ता दी, तब वो दंगे कराते थे। इतिहास को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 70 के दशक में पहला दंगा और जवाहर बाग़ में अंतिम दंगा भी मथुरा में ही हुआ था। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण उन्हें कोसते होंगे कि जब सत्ता दी थी, तब वहाँ दंगा कराते थे।