भू-माफ़िया सपा सांसद आज़म ख़ान के ड्रीम प्रोजेक्ट मोहम्मद जौहर अली विश्वविद्यालय पर 30 जुलाई, 2019 को पुलिस का छापा पड़ा था। छापा रामपुर के मदरसा आलिया की 9,000 किताबें चोरी होने के मामले में पड़ा था।
मदरसा आलिया या राजकीय इंटर कॉलेज के तत्कालीन प्रिंसिपल हरीश कुमार सक्सेना को आज भी 9 सितंबर 2016 का वह दिन याद है। मदरसा बंद होने के बाद वे दोपहर 2.30 बजे घर आ गए थे। अगले दिन, उन्हें बताया गया कि मंत्री (आज़म खान) के आदमी आए थे और उन्होंने मदरसे का ताला बदल दिया है। जब उन्होंने रामपुर के ज़िला इंस्पेक्टर फॉर स्कूल्स (DIOS) को फोन किया तो बताया गया कि मदरसे को कुंचफरगंज इलाक़े के रज़ा इंटर कॉलेज में स्थानांतरित कर दिया गया है।
ख़बर के अनुसार, राज्य की भाजपा सरकार एक साथ कई आरोपों की जाँच कर रही है। इसमें विश्वविद्यालय के लिए जबरन जमीन लेने का मामला भी शामिल है।
पिछले हफ्ते, रामपुर पुलिस ने छापेमारी के दौरान 2,500 किताबों के 50 बक्से बरामद किए। सभी किताबें प्राचीन और मूल्यवान थीं। बता दें कि 2016 में आज़म ख़ान संसदीय मामलों, शहरी विकास और अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री थे।
इससे पहले पुलिस ने जौहर अली विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में जाकर रामपुर के मदरसा आलिया से ग़ायब हुई किताबों को लेकर छानबीन की थी। एसपी डॉ. अजय पाल ने बताया था कि तकरीबन 300 चोरी की किताबें मिल चुकी हैं। ये किताबें 100 से 150 साल पुरानी हैं। उन्होंने बताया था कि 1774 में स्थापित रामपुर के आलिया मदरसे से चोरी की गईं प्राचीन किताबें भी जौहर यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी से बरामद हुईं हैं।
Ajay Pal Sharma, SP Rampur: Several stolen books have been found. Search is underway. The staff at library has not been able to provide any detail of the said books. Some people have been taken in custody.
— ANI UP (@ANINewsUP) July 30, 2019
इस मामले में अब तक यूनिवर्सिटी के 4 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है। फिलहाल, जाँच जारी है और कई अन्य लोगों से भी पूछताछ की जा सकती है। परिसर के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। यूनिवर्सिटी की मुमताज सेंट्रल लाइब्रेरी में पुलिस दस्तावेज़ों की तलाश कर रही है।
बता दें कि जौहर यूनिवर्सिटी में यह छापा उस वक्त पड़ा है, जब पहले से ही आज़म ख़ान जमीन कब्जाने के कई मामले में घिरे हुए हैं। उन पर पहले से ही अजीमनगर थाने में जमीन हड़पने को लेकर कुल 27 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग ने आज़म ख़ान को रामपुर में लग्जरी रिसॉर्ट हमसफर के लिए सरकारी जमीन कब्जाने को लेकर नोटिस जारी किया है। दूसरी तरफ आज़म ख़ान के बेटे अब्दुल्ला आज़म ख़ान पर ग़लत और कोडेड दस्तावेज़ों के आधार पर पासपोर्ट बनवाने के आरोप में मामला दर्ज है।