उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Election-2022) के लिए जारी वोटिंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने गुरुवार (10 फरवरी 2022) को सहारनपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून और दंगामुक्त सरकार देने के कारण मुस्लिम वोटों के ठेकेदार बेचैन हो गए हैं। इसलिए वे मुस्लिम बहनों को बरगला रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं पर अत्याचार ना हो, इसलिए यूपी में योगी सरकार जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मुस्लिम बहन-बेटियाँ हमारी साफ नियत को भली-भाँति समझती हैं। हमने उन्हें तीन तलाक से मुक्ति दिलाई है। हमने जो तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया है, उसने मुस्लिम बहनों में सुरक्षा का विश्वास जगाया है। मुस्लिम बेटियों का समर्थन भाजपा को मिलने लगा। वे छोटे-छोटे वीडियो डालकर भाजपा को समर्थन जताने लगी तो वोटों के ये ठेकेदार बेचैन हो उठे। कहने लगे कि हमारी ही बेटी मोदी-मोदी करने लग गई। उनके पेट में दर्द होने लगा।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “मोदी की तारीफ में मुस्लिम बहनों के बयान, उनके वीडियो देखकर इन ठेकेदारों को लगा कि इन बेटियों को रोकना होगा। ये मोदी की तरफ चली गईं तो घर में भी उनका राज आ जाएगा। वे मुस्लिम बहनों को बरगला रहे हैं, ताकि उनका जीवन हमेशा पीछे रहे। मुस्लिम महिलाओं पर कोई जुल्म ना कर सके इसलिए यूपी में योगी सरकार जरूरी है।”
The mood in Saharanpur is clear- people want BJP! https://t.co/SDzKtk1ouf
— Narendra Modi (@narendramodi) February 10, 2022
सहारनपुर की लकड़ी के नक्काशी उद्योग का जिक्र कर प्रधानमंत्री ने कहा कि सहारनपुर की नक्काशी का विश्व में डंका बज रहा है। इस कुटीर उद्योग से अनेकों परिवार, नौजवान जुड़े हुए हैं। इस नक्काशी को एक बड़े ब्रांड के तौर पर आगे बढ़ाने औऱ जीआई टैग दिलाने का काम भाजपा ने किया है।
समाजवादी पार्टी पर तंज
जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 41 मिनट का भाषण दिया। समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा, “अगर ये घोर परिवारवादी लोग सत्ता में होते तो वैक्सीन कहीं रास्ते में ही बिक जाती और आप जीवन-मृत्यु की लड़ाई लड़ने के लिए मजबूर हो जाते। डबल इंजन की सरकार जो यूनिवर्सिटी बना रही है, सहारनपुर को आधुनिक सड़कों द्वारा दिल्ली-उत्तराखंड से जोड़ने का काम कर रही है, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है।”
समाजवादी पार्टी का नाम लिए बगैर उस पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजकल घोर परिवारवादी पार्टी लगातार जनता से खोखले वायदे कर रही है। यूपी की जनता ने उनको नकार दिया है। इसलिए बड़बोले वचन दे रहे हैं, क्योंकि उनको आना तो है नहीं। न लोगों ने शहरों को 22 और गाँवों को घंटे बिजली देने का वादा किया था, लेकिन दिया नहीं। परिवारवादी सोच बिजली पर भी वहीं अटक गई। जब ये लोग सत्ता में थे तो सहारनपुर के शहरी इलाकों में 500 गरीबों के लिए घर बनाने की बात की, लेकिन बनाए केवल 200 घर। लेकिन 2017 में योगी सरकार बनी तो सहारनपुर में 31 हजार घरों का लक्ष्य रखा था और इनमें से अब तक 18,000 घरों का काम पूरा हो चुका है।
राशन माफिया का किया जिक्र
राशन माफियाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इनके राशन माफिया गरीब भाइयों-बहनों का राशन भी खा जाते थे। लेकिन डबल इंजन की सरकार ने इनके कारनामों को बंद करवाकर 100 साल के सबसे बड़े संकटकाल में भी गरीबों को भूखा नहीं सोने दिया। आज उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को मुफ्त राशन का डबल बेनिफिट मिल रहा है।
योगी सरकार की तारीफ
योगी सरकार की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि भारत सरकार के हर काम में योगी जी कंधा से कंधा मिलाकर चले। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सुरक्षा को लेकर जब योगी जी काम कर रहे हैं तो विपक्षी कहते हैं कि योगी जी ने उसको जेल डाल दिया… उसको जेल में डाल दिया। जेल में नहीं डालें तो महल में भेजें? प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सुधरने से निवेशकों में औद्योगिक विकास का विश्वास एक बार फिर से पैदा हुआ है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोजेक्ट का जिक्र कर पीएम ने बताया कि सरकार हर जिले और क्षेत्र की विशेषता की पहचान कर उसे बढ़ाने के लिए काम कर रही है।
योगी सरकार के कामकाज की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, योगी सरकार यूपी अलग-अलग जिलों को सड़कों से कनेक्ट कर रही है। गंगा एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, दिल्ली-सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट, यूपी में इतनी तेजी से, इतने बड़े-बड़े काम पहले कभी नहीं हुए। भाजपा सरकार की ये परंपरा है कि जो भी संकल्प लेती है, उसे पूरा करती है। गन्ना किसानों को जितना पैसा पिछली सरकारों ने 10 साल में दिया उससे अधिक पैसा योगी सरकार ने दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों के सामने अक्सर एक समस्या आती है कि अगर चीनी की कीमत कम हो या फिर मिल बंद हो या फिर विश्व के बाजारों में चीनी का उत्पादन अधिक हो जाए तो गन्ना किसान और चीनी मिलों को डर लगने लगता है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए स्थायी उपाय किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जरूरी नहीं कि गन्ने से केवल चीनी ही बने। जरूरत पड़ने पर इससे इथेनॉल भी बनाया जाएगा। गन्ना किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश को केवल गन्ने से बने इथेनॉल से 12 हजार करोड़ रुपए मिले हैं।